PATNA: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए कई नवीन प्रयोग किए जा रहे हैं। परिवार नियोजन कार्यक्रमों के प्रति सामाजिक
जागरुकता बढ़ाने के लिए राज्य में सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य भर में 31 हजार 147 सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया ।
वहीं इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 4 लाख 14 हजार 480 सास-बहू-बेटियों की भागीदारी रही औऱ परिवार नियोजन के साथ उन्हें स्वस्थ परिवार संबंधी जानकारियां भी दी गई। मंगल पांडेय ने कहा कि सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन एएनएम और आशा कार्यकर्ता के सहयोग से सम्पन्न होता है. जिसमें योग्य दंपत्तियों के सास-बहू की न्यूनतम 10 जोड़ियों को सम्मलित कर उन्हें स्वस्थ परिवार के प्रति जागरूक किया जाता है।
राज्य में सास-बहू-बेटी सम्मेलन के जरिए खासकर ग्रामीण इलाकों में छोटा परिवार खुशहाल परिवार का संदेश दिया जा रहा है। कुल प्रजनन दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाना काफी जरूरी है। इस दिशा में सास-बहू-बेटी सम्मेलन कार्यक्रम खासकर ग्रामीण क्षेत्र में छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का
संदेश देने में सक्षम साबित हो रहा है। साथ ही सम्मलेन के माध्यम से ‘बच्चे दो ही अच्छे’ जैसे स्लोगन के जरिए सास-बहू-बेटी को जागरूक किया जा रहा है और छोटा परिवार के महत्व की जानकारी दी जा रही है।
कोविड की चुनौतियों के बावजूद विभाग द्वारा सास-बहू-बेटी सम्मेलन पर विशेष जोर दिया गया। मंगल पांडेय ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिन 5 जिलों में सबसे ज्यादा सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें पश्चिमी चंपारण सबसे अव्वल रहा औऱ वहां 4005 सास-बहू-बेटी सम्मेलन के सत्र का आयोजन किया गया। सिवान में 3490 सत्र आयोजित किए गए। तीसरे नंबर पर दरभंगा रहा, जहां 3381 सत्र का आयोजन किया गया, वहीं भागलपुर में 2605 औऱ गोपालगंज में 2221 सत्र आयोजित किए गए।
पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट