पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने धूर विरोधी चिराग पासवान का बड़ा झटका दिया है. मुख्यमंत्री ने नई सरकारी की गठन के बाद लगभग पांच महिने के बाद चिराग पासवान की पार्टी के इकलौते विधायक को जदयू में शामिल करा लिया है. मिली जानकारी अनुसार एलजेपी के इकलौते विधायक राज कुमार सिंह ने विधानसभा में एलजेपी का नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में विलय कराने का निर्णय लिया है. इस बाबत उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से खुद मुलाकात की और अपनी मांग रखी.
सीएम नीतीश की मौजूदगी में ली सदस्यता
उनकी मांग के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भी उन्हें जदयू में शामिल होने की अनुमति दे दी. अनुमति मिलने के बाद सीएम नीतीश कुमार, मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री विजय चौधरी, सांसद ललन सिंह मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. गौरतलब है कि इसके पहले बीएसपी के विधायक जमा खान ने भी पार्टी का जदयू में विलय किया था और मंत्री बने थे.
जदयू का किया था समर्थन
बता दें कि बीते दिनों बिहार विधानसभा में बजट सत्र ने दौरान एलजेपी विधायक ने विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में सीएम नीतीश की पार्टी के कैंडिडेट महेश्वर हजारी के लिए मतदान किया था. उनके इस हरकत पर पार्टी ने आपत्ति जताई थी और पत्र जारी कर उनसे पूरे मामले में जल्द से जल्द स्पष्टिकरण देने को कहा था. इस घटना के बाद पार्टी और राजकुमार सिंह के बीच में तल्खी आ गई थी और आखिरकार उन्होंने मंगलवार को उन्होंने पार्टी से अगल होने का फैसला कर लिया.