रांची: कोरोना काल में देश में सभी स्कूल बंद हैं। झारखंड में भी पिछले 4 महीने से स्कूलों पर ताला लगा है। ऐसे में राज्य के करीब 20 हजार निजी स्कूलों पर संकट गहरा गया है। स्कूल के शिक्षकों के वेतन के अलावा कर्मचारियों तक को देने के लिए पैसे स्कूल के पास नहीं है। इन्ही समस्याओं को ध्यान में रखकर अध्यक्ष झारखण्ड प्राईवेट स्कूल एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिऐशन की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी गई है। एसोसिऐशन के आलोक दुबे ने बताया कि पत्र में प्रधानमंत्री को स्कूलों की खराब माली हालत से अवगत कराया गया है। पत्र में बताया गया है कि कोरोना काल में स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों के अभिभावकों ने फीस नहीं दिया है जिससे गंभीर वित्तीय संकट खड़ी हो गई है। निजी स्कूल प्रबंधक, शिक्षक और तमाम कर्मचारी अब भूखमरी के अलावा मानसिक तनाव में जी रहे हैं। ऐसे हालात में केंद्र की सरकार इस मामले में वित्तीय मदद करे ताकि लोगों को थोड़ी राहत मिल सके।