नयी दिल्ली: इस लॉकडाउन के सदुपयोग के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने एक बड़ी पहल की है। इसके तहत घर बैठे विदेशी भाषाएं सिखी जा सकती हैं। इसके लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) आपके लिए ये सुविधा लेकर आया है। दरअसल, आजकल कई नौकरियों में विदेशी भाषाओं की नॉलेज रखने वालों को वरीयता दी जाती है। इसके अलावा कई वैज्ञानिक शोध भी ये बताते हैं कि ज्यादा भाषाएं सीखने से दिमाग की क्षमता बढ़ती है। कम्युनिकेशन स्किल भी बेहतर होती है। इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए इग्नू ने फिलहाल दो विदेशी भाषाओं पर प्रोग्राम शुरू किया है। ये भाषाएं हैं – कोरियन और पर्शियन। इग्नू ने ये प्रोग्राम अपने रेडियो चैनल ज्ञान वाणी पर शुरू किया है। इसे मोबाइल पर ज्ञान वाणी एप डाउनलोड कर इसे सुन सकते हैं।
ज्ञान वाणी के स्टेशन मैनेजर मनोज कुमार सिंह ने बताया है कि कोरियन और पर्शियन भाषाओं पर बने प्रोग्राम का प्रसारण एक मई से शुरू किया जा चुका है। इसे ज्ञान वाणी एफएम पर 105.6 MHz पर ट्यून करके सुन सकते हैं। इन भाषाओं पर रोजाना सुबह नौ बजे से 9.30 बजे तक कार्यक्रम का प्रसारण किया जाता है। ज्ञात हो कि कोरियन भाषा दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और चीन में आधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा उज्बेकिस्तान, कनाडा और जापान में भी कोरियन भाषा बोली जाती है। जबकि पर्शियन भाषा ईरान, तजाकिस्तान, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान में बोली जाती है। ईरान, तजाकिस्तान और अफगानिस्तान की यह आधिकारिक भाषा है।