द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है. मंगलावर को सत्र के दूसरे दिन भी महागठबंधन के कई विधायक हेलमेट पहनकर पहुंचे. विधायकों ने कहा कि पुलिसकर्मियों से डर है कि किसी भी समय उनकी पिटाई न कर दी जाए, इसलिए वह हेलमेट लगाकर आए हैं. इस दौरान राजद के विधायकों ने पंपलेट लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चुप है और तमाशा देख रही है. सदन में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा पहुंचे. पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा.
सदन से बाहर आकर तेजस्वी यादव मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि मैने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष के सामने दो प्रस्ताव के लिए आवेदन किया था. जिसे आज उसे अस्वीकृत कर दिया गया. महागठबंधन के नेता चाह रहे थे कि सदन सुचारू रूप से चले. लेकिन सरकार इसे चलने नहीं दे रही है. इसलिए हमलोग तय किया है कि कल से महागठबंधन के नेता सदन नहीं जाएंगे. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कानून का राज नहीं है गुंडाराज हो गया है.
तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि 16 वर्षों से सत्ता पर काबिज नीतीश-बीजेपी सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के मामले में बिहार सबसे फिसड्डी है. नीति आयोग की रिपोर्ट भी यही कहती है लेकिन फिर भी नीतीश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.
आपको बता दें कि पूरे सदन का विपक्ष ने बायकाट करने का निर्णय लिया है. बिहार विधानसभा के अंदर कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे. तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी अधिकारियों के संपत्ति की जांच कराई जाए. महागठबंधन के सभी विधायक कल से विधानसभा की कार्रवाई में भाग नहीं लेंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें प्रस्ताव रखने का मौका दिया गया लेकिन उसे और अस्वीकृत किया गया. विधायकों की पिटाई मामले को लेकर सदन में बहस होनी चाहिए. लेकिन सत्ता पक्ष बहस से भाग रहा है. तेजस्वी का विधानसभा अध्यक्ष पद पर हमला किया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सीएम नीतीश कुमार की कठपुतली बन गए हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट