द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज बीजेपी नेताओं की बैठक हुई. जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और पूर्व डिप्टी सीएम व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी सहित कई नेता मौजूद रहे. इस बैठक में राजद, कांग्रेस और रालोसपा के 21 नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. यह बैठक अटल बिहारी सभागार में चल रही थी. बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में आरजेडी के पूर्व सांसद और लालू यादव के बेहद करीबी रहे सीताराम यादव समेत आरजेडी के कई नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
आपको बता दें कि राजद के पूर्व सांसद सीताराम यादव, पटना सिटी के राजद के पूर्व महासचिव संतोष मेहता, राजद के पूर्व विधायक दिलीप यादव, पूर्व सांसद रामदेव मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कई नेता और कांग्रेस के कई नेता आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. आरजेडी के पूर्व विधायक सुबोध पासवान, नगीना देवी, रामजी मांझी और दिलीप कुमार यादव ने भी अपने समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन थामा है. आरजेडी के इन सभी नेताओं ने बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव के सामने सदस्यता ग्रहण की है. इसके अलावा कांग्रेस की अनीता देवी, पटना की उपमहापौर मीरा देवी भी बीजेपी में शामिल हो गई. इस मिलन समारोह में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, युवा रालोसपा के महासचिव रोशन कुशवाहा सहित कई नेता भी बीजेपी में शमिल हुए.
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जयसवाल ने आज पार्टी में मिलने वाले सभी नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि आप लोगों ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों में विश्वास किया है इसके लिए आपका शुक्रिया. इसके बाद बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने प्रोग्राम समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कैबिनेट का विस्तार सही समय पर होगा बातचीत चल रही है. भूपेंद्र यादव ने कहा कि मंगलवार को जो दिल्ली हुआ में हुआ हम उसकी निंदा करते हैं.
सीताराम यादव का जाना आरजेडी के लिए बड़ा झटका
इस मिलन समारोह के दौरान भूपेंद्र यादव के अलावा राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जयसवाल और मंत्री रामसूरत राय मौजूद रहे. पूर्व सांसद सीताराम यादव का बीजेपी में जाना आरजेडी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. इस मौके पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि अगर आरजेडी, कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेता उन्हें छोड़कर बीजेपी के साथ जा रहे हैं तो इसका सीधा मतलब है कि उनका अपने नेतृत्व की कार्यशैली पर भरोसा नहीं है. उन्हें भरोसेमंद नेतृत्व चाहिए, जो बीजेपी देश को दे रही है. नीति, नीयत व नेतृत्व विहीन दलों से लोगों का मोहभंग होना स्वाभाविक है.
उन्होंने कहा कि आरजेडी ने हमेशा वोटबैंक की राजनीति की और उसी वोटबैंक से छलावा किया. कांग्रेस ने भी वोटबैंक की राजनीति की और परिवार के अलावा किसी की तरफ देखा भी नहीं. आरजेडी, कग्रेस की आंखों पर परिवारवाद का ऐसा पर्दा चढ़ा है कि उन्हें बेटा-बेटी के अलावा कुछ दिखता ही नहीं.
शिवम झा की रिपोर्ट