PATNA: नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने लखीसराय में रामगढ़ चौक के चमगाडा में हुए बलात्कार की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस इस घटना की लीपापोती कर रही है। पुलिस अधिक्षक को इस घटना की जानकारी तक नहीं होना दुखद है। पुलिस दोषी व्यक्ति एवं अपराधी से मिलकर आर्थिक लाभ लेकर पीड़िता को मदद नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि पीड़िता के स्वंय एवं उनके पारिवारिक लोगों के लिखित बयान से बलात्कार की पुष्टि हुई है, परंतु पुलिस पदाधिकारी द्वारा उसे थाना से भगा दिया गया। बाद मे महिला थाना जाने पर केस हुआ। आज पुलिस एवं मेडिकल पदाधिकारी की मिलीभगत से घटना को दबाया जा रहा है। आए दिन बिहार में इस तरह की कई घटनाएं होती हैं। जिसे पुलिस द्वारा दबा दिया जाता है।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लखीसराय के स्थानीय लोगों की यह शिकायत है कि यहां के स्थानीय सांसद से जुड़े लोगों द्वारा सभी थानों में अपना दबदबा बनाया गया है। ये थानों में दलाली का कार्य करते हैं। उनकी मर्जी से ही यहां पुलिस पदाधिकारियों का पदस्थापन एवं स्थानांतरण होता है। उनके द्वारा खनन, शराब का अवैध व्यपार एवं अपराधियों को मदद कर अवैध राशि उगाही की जाती है। पुलिस प्रशासन एवं उनकी मिलीभगत से वसूली की गई।
राशि का आपस मे बन्दर बाट किया जाता है। लोग यहाँ तक कहते है कि यह राशि ऊपर तक भी जाता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लखीसराय जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधियों के संरक्षण एवं उनसे मिलीभगत के विरुद्ध उन्होंने बिहार विधानसभा में सदन में भी मामला उठाया था। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि मैं इसकी स्वयं समीक्षा कर रहा हूं और आगे आने वाले दिनों में इसके परिणाम जरूर दिखेंगे।
आज तक मुख्यमंत्री द्वारा कोई कारवाई नहीं की गई। इससे अपराधियों एवं भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारियों का मनोबल दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। क्या यही अराजकता का माहौल जनता राज है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा की बलात्कार जैसी घटना की पुष्टि के बावजूद पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधी की मिलीभगत से मामले को दबाया जा रहा है। यह कतई उचित नहीं है। उन्होंने मांग की कि ऐसे पुलिस पदाधिकारी को अविलंब निलंबित किया जाए और यहां से पुलिस अधीक्षक लखीसराय जिन्हें ऐसे संवेदनशील मामले को जानबूझ कर छुपाया है उन्हें अविलंब हटाया जाए।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट