द एचडी न्यूज डेस्क : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर सोशल मीडिया से केंद्र सरकार पर हमला किया है. बता दें कि जब से लालू यादव जेल से बाहर आए हैं तब से सोशल मीडिया पर कुछ ज्यादा ही एक्टिव नजर आ रहे हैं. आज फिर उन्होंने ट्वीट के माध्यम से बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है.
लालू यादव ने ट्वीट के जरिए जातीय जनगणना को लेकर केंद्र के मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि जातीय जनगणना में सांप-बिच्छू, तोता-मैना, हाथी-घोड़ा, कुत्ता-बिल्ली और सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएंगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी. वाह! वहीं लालू यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) को पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा. सबकी असलियत सामने आएगी.
वहीं लालू यादव ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि बीजेपी-आरएसएस पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग के साथ बहुत बड़ा छल कर रहा है. अगर केंद्र सरकार जनगणना फ़ॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश की कुल आबादी के 60 फ़ीसदी से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों व मंत्रियों पर धिक्कार है. इनका बहिष्कार हो.
वहीं राजद के ट्विटर हैंडल पेज से भी जातीय जनगणना को लेकर पीएम मोदी पर हमला किया गया है. राजद के पेज से ट्वीट कर लिखा गया है कि जातिगत जनगणना से मनाकर के बीजेपी और उसके इशारे पर नाचने वाले एनडीए के सभी घटक दलों ने सिद्ध कर दिया कि उनके लिए पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज के लोग बंधुआ गुलाम से अधिक कुछ नहीं.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जातयी गणना नहीं कराएंगे. यह हमारा सोच-समझा फैसला है. वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि 2021 में जनगणना में जातीय गणना नहीं होगी. केंद्र ने कहा कि जातीय गणना न कराना उसका सुविचारित फैसला है. 2021 की जनगणना में पहले की तरह अनुसूचित जाति-जनजाति के अलावा कोई जाति आधारित गणना नहीं होगी. समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने कहा कि पिछड़ी जातियों की गणना प्रशासनिक दृष्टिकोण से कठिन है.
दरअसल, आगामी 23 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का प्रतिनिधिमंडल जातीय जनगणना को लेकर मुलाकात की थी. सीएम नीतीश के साथ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित तमाम पार्टी के नेता पीएम मोदी से मिले थे. सभी को पीएम ने आश्वासन भी दिया था कि आपकी बातों पर विचार किया जाएगा और जल्द ही कुछ जातीय जनगणना पर समाधाना निकाला जाएगा. लेकिन अभी तक पीएम मोदी की तरफ से जातीय जनगणना पर कोई अपडेट नहीं आया है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट