बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू पर हमला करते हुए कहा है की केंद्र और राज्य की सरकारें ट्रेन-बस से प्रवासी मजदूरों गृह प्रखंड तक पहुंचाने में लगी हैं। अब तक 231 स्पेशल ट्रेनों के जरिये 3 लाख से ज्यादा मजदूरों को सुरक्षित बिहार लाया जा चुका है। इस कठिन समय में मजदूरों की कोई मदद करने के बजाय लालू प्रसाद की पार्टी कभी उन्हें फूल-माला भेंट करने की सोचती है, तो कभी उनसे पार्टी का सदस्यता फार्म भरवाना चाहती है। राजद मजदूरों के आंसुओं से वोट की फसल सींचना चाहता है बिहार के अनुरोध पर बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलने लगीं। 1000 और ट्रेनें चलायी जाने वाली हैं। मजदूरों से पैदल, साइकिल या ट्रक से सफर करने के बजाय धैर्य रखने और ट्रेन से ही घर लौटने की अपील लगातार की जा रही है। तमाम इंतजाम और एहतियात के बीच पटरी या सड़क पर हुए हादसे अत्यंत दुखद हैं। यूपी की सड़क दुर्घटना में 24 मजदूरों की मृत्यु पर भी लालू प्रसाद का राजनीति करना मानवीय संवेदना की अन्त्येष्टि है।