पटना : लालू के परिवार में इनदिनों मुसीबतों का पहाड़ छाया हुआ है. एक बार फिर से लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी बड़ी बहन सह राज्यसभा सांसद मीसा भारती मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं. उन पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगा है. जिसमें उनके खिलाफ सीजेएम के आदेश पर एफआईआर दर्ज किया गया है.
दरअसल पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने तेजस्वी यादव, मीसा भारती समेत छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश पटना के कोतवाली थाने को दिया है. लालू परिवार के इन दोनों सदस्यों समेत छह के खिलाफ पैसे लेकर टिकट नहीं देने का आरोप है. जिन छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं उनमें बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश का नाम भी शामिल है. इन सभी के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय किशोर सिंह की अदालत ने दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार संजीव सिंह नामक व्यक्ति ने खुद को वकील व बिहार कांग्रेस का प्रभारी पर्यवेक्षक बताते हुए 18 अगस्त 2021 को परिवाद दिया था. आरोप था कि आरोपियों ने भागलपुर से लोकसभा का टिकट देने के एवज में 15 जनवरी 2019 को 5 करोड़ लिए थे, लेकिन टिकट दूसरों को दे दिया. बदले में विधानसभा चुनाव में 2 टिकट का भरोसा दिया लेकिन वह भी नहीं दिया गया.
मामले में पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय किशोर सिंह की कोर्ट ने बीते 31 अगस्त को ही सुनवाई पूरी कर ली थी. जिसके बाद आदेश सुरक्षित रखा था. शनिवार को कोर्ट ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मीसा भारती, सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्रवक्ता राजेश राठौर पर प्राथमिकी का आदेश दिया है. कोर्ट ने एसएसपी के माध्यम से कोतवाली थाना को एफआईआर दर्ज करने को कहा है.