द एचडी न्यूज डेस्क : पटना में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की तरफ से पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, मंत्री जयंत राज, सांसद गण, मंत्री गण, माननीय विधान पार्षद गण, विधायक गण, नेतागण और कार्यकर्ता गण मौजूद रहे.
सम्राट अशोक की जयंती समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जनता की ताकत के बल पर मुख्यमंत्री है वे किसी की कृपा से बिहार के मुख्यमंत्री नहीं हैं. ललन सिंह ने कहा कि जो लोग यह भूल गए हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि नीतीश किसी के कृपा से मुख्यमंत्री नहीं है बल्कि जनता की ताकत के बल पर वे बिहार के सीएम हैं. उन्होंने बिहार का नया निर्माण किया है. बिहार के हर तबके के लिए काम करने का काम किया है. सम्राट अशोक के रास्ते पर नीतीश कुमार चल रहे है. बिहार की जनता उनके साथ हैं.
उन्होंने कहा कि किस महान व्यक्ति का आप चरित्र चित्रण कर रहे हैं, वो लोग अपने आप को भी महान बुलाते हैं. आज बिहार में नीतीश कुमार अशोक सम्राट के याद में कई चीजें की, छुट्टी घोषित की. उनके संस्मरणों को संयोजने का काम कर रहे है ताकि आने वाले समय में भी अशोक अशोक को जीवंत रख सके. आज नीतीश कुमार नए बिहार के निर्माण कर रहे है, आज न्याय के साथ विकास करते हुए बिहार को आगे बढ़ा रहे है.
वहीं संबोधन में संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट अशोक जयंती पर बिहार में अवकाश की घोषणा की थी. उस समय बिहार में बीजेपी के साथ की गठबंधन की सरकार नही थी. उस समय बिहार में जदयू का किसी अन्य पार्टी के साथ गटबंधन की सरकार थी. तब नीतीश कुमार ने अवकाश की घोषणा की थी. उपेंद्र कुशवाहा ने अपने सहयोगी पार्टी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग बिना सोचे समझे काम करते है और बयान बाजी करते है. तभी तो इनकी ऐसी दुर्दशा हो रही है और आगे भी होगा.
कुशवाहा ने आगे कहा कि हमारी पार्टी ने राष्ट्रीय करिणी के बैठक में निर्णय लिया की जातीय जनगणना कराया जाए, जबतक जातीय जनगणना नहीं होगी तब तक सभी का विकास नहीं हो सकता. बीजेपी के एक बड़े मंत्री ने पार्लियामेंट में 2018 में कहा था कि 2021 में सामान्य जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराई जाएगी, लेकिन अभी तक जातीय जनगणना नही कराया गया. अशोक सम्राट का झंडा लेकर जयंती मनाने से विकास नहीं होगा, बल्कि सम्राट अशोक के विचारो को मानने से होगा.
ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा का समर्थन करते हुए जातीय जनगणना कराने की मांग की. उन्होंने कहा की याद कीजिए कि इससे पहले जातीय जनगणना कब हुआ था. जातीय जनगणना के लिए हमारी पार्टी अडिग है. पहले केंद्र सरकार ये फैसला ले की वो जातीय जनगणना कराएंगे या नहीं कराएंगे, उसके बाद हमारी पार्टी इसको लेकर आगे बढ़ेगी.
हमारी पार्टी और हमारे नेता नीतीश कुमार ने समाज के हित में,राज्य के हित में 1931 के बाद 2022 के बाद समाज में किस जाति के कितनी आबादी है. ताकि हम लोग आबादी के आधार पर सभी जातियों का विकास कर सके. इसके लिए प्रधानमंत्री से बात कर रहे हैं. ये सम्राट अशोक का यही सपना था और नीतीश कुमार उनके ही सपनो को लेकर आगे बढ़ रहे हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज भी हाई कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट और अन्य कोर्ट में कितने पिछड़ों को न्यायधीश बनाया गया है. आज भी सिस्टम की वजह से सामान्य कोटे से आने वाले गरीब घरों के ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत या कायस्थ को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्यायधीश नहीं बनाया जाता. जबतक गरीबी और पिछड़ों को उनका हक नहीं मिलता तब तक सम्राट अशोक को सच्ची श्रद्धांजलि नहीं मिलेगा. हमलोग बिहार में नेतृत्व पर कोई समझौता नहीं कर सकते. बिहार में हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है, हमारे नेता नीतीश कुमार है और रहेंगे. हम लोग अपने कार्य प्रणाली से भी समझौता नहीं कर सकते. बिहार के विभिन्न जिलों से आए लोगों का में हृदय से आपका स्वागत करता हूं और आपका आभार व्यक्त करता हूं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट