PATNA: बिहार में विपक्षी एकता की बैठक को राजनीतिक गलियारा गरम है। एक तरफ जहां राष्ट्रीय बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा नीतीश की विपक्षी बैठक को लेकर हमलावर हैं तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक को फोटो सेशन करार दिया है।जिसका पलटवार करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को कहा कि नड्डा साहब के पास अब बोलने के लिए कुछ नहीं रहा, इसलिए वो अनर्गल बातें करते हैं। उन्होने कहा कि 1974 और 75 में जो लड़ाई वो लोग लड़ रहे थे वो इंदिरा गांधी के खिलाफ नहीं लड़ रहे थे बल्कि तत्कालीन शासन के खिलाफ लड़ रहे थे।
देश में इमरजेंसी से बदतर हालत- ललन सिंह ललन सिंह ने आगे कहा कि आज की जो स्थिति है वो 19974-75 की इमरजेंसी की स्थिति से भी बदतर है। उन्होंने कहा 1974 और 75 में कम से कम प्रेस को आजादी थी, लेकिन आज की तारीख में प्रेस इनके कंट्रोल में हैं। आज लोकतंत्र खतरे में है। लोकतंत्र को खत्म करके इमरजेंसी की याद दिला रहे हैं।
उन्होने कहा कि आज अगर कोई भी सरकार के खिलाफ बोलता है तो ईडी- सीबीआई का छापा पड़ने लगता है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी ने कभी ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का इस्तेमाल नहीं किया था। आज लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। आज देश की स्थिति बदतर है। आज हम बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं। और कांग्रेस हमारे साथ है।
वहीं अमित शाह के 300 सीटें जीतने के दावे पर ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह भविष्यवक्ता हैं। अगर उन्होंने भविष्यवाणी की है, कि 300 से ज्यादा सीट जीतकर मोदी जी फिर से सत्ता में आ रहे हैं। तो इसका मतलब है कि मोदी जी हार रहे हैं। क्योंकि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में शाह ने भविष्यवाणी की थी, बीजेपी सत्ता में आ रही है और रिजल्ट आया तो 53 सीट पर सिमट गए। इसी तरह का दावा अमित शाह ने बंगाल, हिमाचल और कर्नाटक चुनाव में किया था और नतीजा सबके सामने है।