BHAGALPUR: राहुल कुमार रजक बचपन से मेघावी और बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न छात्र रहे हैं। राहुल बिहार राज्य के कटिहार जिला निवासी श्रीमती माया देवी एवं गोपाल रजक के पुत्र हैं। इन्होंने इंटरमीडिएट (12th) में विज्ञान विषय की तैयारी सुलतानगंज , भागलपुर से प्राप्त कर प्रथम श्रेणी से पास की है । स्नातक एवं स्नातकोत्तर दिल्ली विश्वविद्यालय से किया है और वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय में रिसर्च स्काॅलर हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ,मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में राहुल कुमार रजक का नाम इस स्काॅलरशिप के लिए घोषित किया गया । इस स्काॅलरशिप के तहत राहुल को यूरोप के बुल्गारिया में आयोजित 59वें इंटरनेशनल समर सेमिनार में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ।
यह संगोष्ठी सोफिया विश्वविद्यालय “सेंट क्लिमेंट ओहरिडस्की” द्वारा आयोजित किया गया। बुल्गारियाई भाषा, साहित्य , संगीत, कला एवं संस्कृति से संबंधित इस सेमिनार में विश्वभर के विभिन्न देशों के चयनित रिसर्च स्काॅलर एवं छात्रों ने भाग लिया। इस सेमिनार में भारत की ओर से राहुल ने भाग लिया।
अंतरराष्ट्रीय कथक नर्तक के रुप में अपनी पहचान बनाने वाले राहुल ने कथक नृत्य की तालीम पद्म विभूषण ‘पंडित बिरजू महाराज’, ‘विदुषी शाश्वती सेन’ और ‘विदुषी प्रिया घोष पाल’ के सानिध्य में ग्रहण की है। कला व नृत्य के क्षेत्र में राहुल ‘युवा शिखर सम्मान’ एवं ‘साहिर लुधियानवी अवार्ड’ से समानित हो चुके है।
विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। भारत के प्रतिष्ठित महोत्सवो जैसे –‘खजुराहो नृत्य महोत्सव’, ‘यमुना महोत्सव’, ‘बिहार दिवस’ आदि में भाग ले चुके हैं साथ ही अबू धाबी में ‘अल होसन फेस्टिवल’ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के पर्यटन और सांस्कृतिक विभाग द्वारा दुबई में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
हाल ही में बुल्गारिया में आयोजित अंतराष्ट्रीय सेमिनार में राहुल ने भारत का प्रतिनिधित्व भारतीय कला , साहित्य, नृत्य एवं संगीत के क्षेत्र में भी किया। अपने नृत्य- कला के माध्यम से इन्होंने भारत का नाम रोशन किया। पूरे विश्व से आए हुए सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों के समक्ष इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में इन्होंने सबका ध्यान भारतीय नृत्य एवं कला की ओर आकर्षित किया।
इसके साथ ही इन्होंने 75 वें आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में भारतीय राज दूतावास, सोफिया बुल्गारिया में एकल कथक नृत्य की प्रस्तुत की एवं भारत का परचम लहराया। भारतीय राजदूतावास और सोफिया विश्वविद्यालय ने राहुल को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया एवं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
सुलतानगंज से संतोष राज की रिपोर्ट