पटना: बिहार में चुनाव नजदीक है लिहाजा नेता एक दूसरे को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते. ताजा मामला उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार से जुड़ा है. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर सेंसरशिप लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि नियम एवं अधिनियम में अस्पष्टता के कारण समाज में स्ट्रीमिंग सर्विसेज के माध्यम से दिखाये जाने वाले अश्लील एवं हिंसक कार्यक्रमों के नकारात्मक प्रभावों के कारण अपराधों में वृद्धि हो रही है। अत: ऐसे कार्यक्रमों के निर्माण एवं प्रसारण को अपराध मानते हुये इन पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। साथ ही, अभिभावकों, शैक्षिक संस्थानों एवं गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से व्यापक जागरूकता अभियान चलाना भी आवश्यक है।

नीतीश के इस पत्र को लेकर आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश पर जोरदार हमला बोला है. कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा कि ‘’बिहार में प्रतिदिन हत्या, लूट, ब्लात्कार, अपहरण जैसी आपराधिक घटनाएं डबल इंजन सरकार की निरंकुशता व अकर्मण्यता के कारण चरम पर पहुंची है। इंटरनेट तो विकास में मददगार है।“ कुशवाहा ने तंज कसते हुए यह भी लिखा कि – चले न जाने तो आंगन टेढ़ा, जाहिर है बिहार के बिगड़े हालात के लिए कुशवाहा नीतीश के तथाकथित सुशासन को आईना दिखा रहे हैं. कुशवाहा यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि बिहार में बढ़ते अपराध के लिए इंटरनेट नहीं बल्कि नीतीश की व्यवस्था जिम्मेवार है।
