संदीप सिंह
देश में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या 1 लाख 53 हजार 243 हो गई है। संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही जांच का दायरा भी बढ़ा है। सरकार ने बुधवार को बताया कि अब तक 435 सरकारी और 189 निजी लैब में कुल 32 लाख 42 हजार 160 सैम्पलों की जांच की गई है। बीते 24 घंटे में कुल 1 लाख 16 हजार 41 सैम्पल जांचे गए हैं। वहीं, देशभर के 930 अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज हो रहा है।
अब बात बिहार की कर लेते हैं। बिहार में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार शाम तक 38 नए मरीज मिलने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 3006 हो गयी है। पिछले 24 घंटे के भीतर कोविड -19 के कुल 269 नए मरीज मिले हैं, वहीं बुधवार को एक और कोरोना पॉजिटिव की मौत भी हो हुई है जो जहानाबाद का रहने वाला था। इसके अलावा मंगलवार को भी नालंदा के एक मरीज की मौत हुई थी। इस तरह, कोरोना से हुई मौत की संख्या अब 15 हो गई है। बुधवार को मिले 38 मरीजों में 14 मरीज अररिया जिले के, चार दरभंगा के, दो बेगूसराय, नौ मधेपुरा के, तीन सहरसा के, और एक-एक किशनगंज और वैशाली जिले के हैं। वहीं, अबतक 800 मरीजों ने कोरोना को मात दी है और स्वस्थ होकर अस्पताल से अपने घर चले गए हैं
झारखंड के हजारीबाग में बुधवार को एक बार फिर 5 काेरोना मरीज एक साथ मिले हैं। इसके साथ ही झारखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 443 पर पहुंच गया है. राज्य में 1 मई से प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी लगातार जारी है। 26 मई तक इनमें से करीब साढ़े तीन लाख लोग आ भी चुके हैं। राज्य सरकार का मानना है कि अब 10 जून तक बाकी एक लाख और प्रवासी आएंगे। राज्य सरकार ने 80 से ज्यादा ट्रेनों को स्वीकृति दे रखी है। अब तक दूसरे राज्यों से लौटे लोगों में 88 हजार लोग सरकारी क्वारेंटाइन में हैं। खास बात ये है कि इनमें से भी 15% लोगों की सैंपल रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। सरकारी क्वारेंटाइन में रखे गए लोगों में ज्यादातर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के हैं। बाहर से लौट रहे लोगों में संक्रमण का खतरा ज्यादा देखा जा रहा है जिसकारण शासन खासा परेशान है.