पटना: बिहार में जब शिक्षकों की बहाली की बात आई तो शिक्षा में सुधार भी होना अति आवश्यक था। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शिक्षा विभाग की कमान कड़क आईएएस केके पाठक को सौंपा गया। केके पाठक जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव नियुक्त किए गए। उसी समय से वे अपने कामो को लेकर चर्चा में आगये, शिक्षक के बिच जब भी केके पाठक का नाम आता या जिले में उनके पहुंचने की जानकारी मिलता तो शिक्षक
अपने अपने स्कुल की व्यवस्था दुरुस्त करने लग जाते थे।
केके पाठक के आते ही शिक्षा व्यवस्था हुआ दुरुस्त
बताया जाता है की केके पाठक के आने के वाद शिक्षा व्यवस्था काफी दुरुस्त भी हुई लेकिन उनके आने के वाद उनके करा व्यवस्था कई मंत्रियों को यह पसंद नहीं था। इस दौरान कुछ मंत्री से उनकी विवाद भी हुई, लेकिन केके पाठक अपने कामो पर डटे रहे। बताया जाता है, कि हाल ही में वो छुट्टी पर गए और अचानक उनका परित्याग पात्र सामने आने के बाद लोगो के बिच अलग सी चर्चा हो रही है। हालांकि केके पाठक के छुट्टी की अवधि 16 जनवरी तक है। लेकिन जिस तरह से पात्र सामने आया है, इसको लेकर शिक्षकों में भलेही ख़ुशी हो लेकिन लोगो में गम का माहौल बना हुआ है।