द एचडी न्यूज डेस्क : पटना के रुबन मेमोरियल हॉस्पिटल में आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें अस्पताल के सीनियर यूरोलॉजिस्ट व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर सत्यजीत कुमार सिंह ने मीडिया को संबोधित किया. बिहार में सर्वप्रथम सफल किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत 2008 में गांधी मैदान शाखा रुबन मेमोरियल अस्पताल से हुई थी. जहां छह मरीजों का सफल किडनी प्रत्यारोपण मेरे, डॉ. पंकज हंस और प्रवीण सिन्हा के द्वारा किया गया. उसके बाद रुबन मेमोरियल अस्पताल में अभी तक आठ मरीजों (कुल 14 किडनी मरीजों) का सफल किडनी प्रत्यारोपण किया जा चुका है.
उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद बिहार में फिर से एक बार रुबन मेमोरियल हॉस्पिटल पाटलिपुत्र ने सर्वप्रथम दो किडनी मरीजों का सफलतापूर्वक किडनी प्रत्यारोपण किया है. इस किडनी प्रत्यारोपण में लैप्रोस्कोपी तकनीक के द्वारा कम चीरा के किडनी देनेवाले का किडनी लेकर चार से पांच दिन के अंदर किडनी डोनर को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया. पूर्व में भी सभी किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी लैप्रोस्कोपी विधि द्वारा सर्वप्रथम रुबन हॉस्पिटल में ही किया गया.
इस सफल किडनी प्रत्यारोपण में डॉ. सत्यजीत सिंह (सीनियर यूरोलॉजिस्ट), डॉ. पंकज हंस (सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट), डॉ. राजेश रंजन (यूरोलॉजिस्ट), डॉ. वैभव विकास (यूरोलॉजिस्ट), डॉ. जमशेद अनवर (नेफ्रोलॉजिस्ट), डॉ. जेसी पांडेय (सीनियर एनेस्थेटिस्ट), डॉ. जयंत (एनेस्थेटिस्ट), डॉ. राजीव, डॉ. विजय शंकर एवं डॉ. अविनाश (सर्जन) के द्वारा किया गया.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट