खगड़िया : जिलाधिकारी खगड़िया आलोक रंजन घोष के निदेशानुसार रविवार को जिले के वरीय पदाधिकारियों ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया. नेपाल के क्षेत्र तथा बिहार के जिलों में हो रही बारिश के कारण जिले में कोशी, बागमती, बूढ़ी गंडक व गंगा के बढ़ते जलस्तर तटबंधों की स्थिति तथा सभी प्रखंडों में बाढ़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों का पर्यवेक्षण किया गया.
जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी भूपेंद्र प्रसाद यादव द्वारा अलौली के शाहरबन्नी और चेराखेरा पंचायत का निरीक्षण किया गया. जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी भूपेंद्र प्रसाद यादव द्वारा बताया गया कि शहरबन्नी पंचायत में तटबंध के निकट उच्च शरण स्थली के रूप में चिन्हित मध्य विद्यालय में तैयारी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली गई है.
वहीं चेराखेरा पंचायत के पहरुआ घाट जहां जलस्तर बढ़ रहा है. वहां फ्लड फाइटिंग की तैयारी बाढ़ प्रमंडल द्वारा रखी गई है. लगभग 700 सैंड बैग अभी तैयार रखे गए है. इसके अलावा अलौली में बांधों का निरीक्षण किया गया जहां अभी जलस्तर की स्थिती सामान्य है. वहीं जिला पंचायती राज पदाधिकारी संजय कुमार वर्मा द्वारा बेलदौर प्रखंड के इयादि पंचायत के गांधीनगर के चिन्हित उच्च शरण स्थलों व तटबधों का निरीक्षण किया गया. उनके द्वारा बताया गया कि गांधी नगर में जलस्तर में वृद्धि हो रही है. जिससे कटाव हो रहा है. वहां सैंड बैग्स आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखे गए है. परबत्ता में लगार व जीएन बांध का पर्यवेक्षण वरीय उप समाहर्ता राजन कुमार द्वारा किया गया. बताया गया कि वहां अभी जलस्तर सामान्य है तथा पर्याप्त संख्या में सैंड बैग्स स्थल पर है.
वहीं जिलाधिकारी द्वारा उपविकास आयुक्त राम निरंजन सिंह, अपर समाहर्ता शत्रुंजय मिश्र व बाढ़ प्रमंडल-2 के कार्यपालक अभियंता व अन्यअधिकारियों के साथ लगमा बांध, बीएन बांध के विरवास क्षेत्र का स्वयं निरीक्षण किया. जिलाधिकारी द्वारा विरवास में हो रहे कटाव को लेकर तत्काल आवश्यक उपाय करने के निदेश कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल को दिए.
विरवास में स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत की गई कि बाढ़ निरोधी कार्य से लोग संतुष्ट नहीं है. जिलाधिकारी द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि जलस्तर में कमी आने पर आगे कार्य किया जाएगा. साथ ही कहा कि सभी तटबंधों पर पर्याप्त मात्रा में सैंड बैग उप्लब्ध रखे. जहां भी कटाव की स्थिति है वहां तत्काल मरम्मत कर दी जाए. चिन्हित स्थलो पर नावों की टैगिंग कर दी गई है ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके.
अनीश कुमार की रिपोर्ट