रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंडवासियों के लिए एक ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देश के दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मेरे लोगों को वापस अपने राज्य लाने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं. इस क्रम में केंद्र एवं विभिन्न राज्यों के साथ सामंजस्य स्थापित कर आपके लिए व्यवस्था की जा रही है. संयम रखें-हर एक झारखंडी तक आपकी सरकार जल्द पहुंचेगी.
राज्य सरकार लॉकडाउन में फंसे प्रवासी झारखंडवासियों को हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि कुछ समय लगेगा लेकिन सभी को उनके घर अवश्य वापस लाया जाएगा, यह कहना है झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का. ये बातें मुख्यमंत्री ने झारखंड सचिवालय में मीडिया से बात करते हुए कही.
मुख्यमंत्री ने झारखंड के अपने सभी प्रवासी मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी ने धीरज रखा, थोड़ा और धैर्य रखें. सरकार सभी को उनके घर पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित है. झारखंड सरकार अन्य राज्य की सरकारों से बात कर अधिक संख्या में ट्रेनों के परिचालन हेतु प्रयासरत है. आठ से लेकर 12 तारीख तक गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित कई राज्यों से प्रतिदिन कई ट्रेन कई राज्यों से झारखंड आएगी.
राज्य सरकार योजनाबद्ध तरीके से इसपर काम कर रही है. मजदूरों में संदेह भी बढ़ता जा रहा है , राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के लिए जो एप बनाया है उसमे विभिन्न राज्यों से साढ़े पांच लाख लोगों ने रजिस्टर किये गए हैं. वहीं लॉकडाउन की अवधि पर पूछे गए सवाल पर हेमंत सोरेन ने कहा कि यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
हेमंत ने औरंगाबाद रेल हादसे पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा घटना मन को व्यथित करने वाली है. परमात्मा दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान करें. यह दुःखद है! कोरोना और तालाबंदी का सबसे बुरा असर गरीबों पर पड़ा है, जो दिनों दिन इसे झेलने को मजबूर हो रहें हैं.