द एचडी न्यूज डेस्क : राजधानी पटना से अजीबोगरीब खबर सामने आई है. पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा के नजदीक रहने वाले रघुनाथ प्रसाद और उनकी पत्नी गिरजा देवी अपने ही तीन बेटे के द्वारा शोषण का शिकार हुए हैं. दरअसल, पिछले साल गिरजा देवी को कोरोना हो गया था. इसकी जानकारी मिलते कि रघुनाथ प्रसाद के तीनों बेटों ने अपने बुजुर्ग माता-पिता से मुंह फेर लिया.
हालांकि अपने मां की खराब तबीयत की जानकारी मिलते ही घर पहुंची बेटी ने उसका इलाज अपने घर ले जाकर शुरू करवा दिया. जैसे ही गिरजा की तबीयत ठीक हुई वह अपने पति के साथ अपने आलमगंज वाले घर पर पहुंची. तबतक उनके तीनों बेटों ने उनके घर के कमरों के साथ-साथ उनके दुकानों पर कब्जा कर लिया. साथ ही उनके रूम में रखे सभी जेवरात और पैसे को अपने कब्जे में ले लिया.
पीड़ित गिरजा देवी बताती हैं कि उसके बाद उनके तीनों बेटों ने गिरिजा देवी और उनके पति को कमरे में बंद कर दिया. स्थानीय लोगों की पहल के बाद दोनों बुजुर्गों को मुक्त करवाया गया. इस पूरे मामले की जानकारी आलमगंज थाने को दी गई. लेकिन आगमगंज थाने ने कोई कार्रवाई नहीं की. गिरजा देवी और उनके पति ने आलमगंज थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस पूरे मामले की जानकारी देने के बाद भी आलमगंज थाना प्रभारी ने कोई कार्रवाई नहीं की.
वहीं न्याय के लिए गिरजा देवी और रघुनाथ प्रसाद अपने बेटों पर कार्रवाई के लिए पटना सिटी एसपी पूर्वी के कार्यालय पहुंचे थे. जहां सिटी एसपी से मिलकर इन दोनों बुजुर्ग दंपतियों ने अपने साथ हुए अत्याचार की आपबीती सुनायी और न्याय की मांग की. हालांकि मुलाकात के बाद मीडिया को इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए दोनों दंपत्ति ने बताया है कि सिटी एसपी पूर्वी ने मामले की जांचकर उनके बेटों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
अन्नु प्रकाश की रिपोर्ट