द एचडी न्यूज डेस्क : कैसे किसी दूसरे लोगों की मदद की जाती है. आइए जानते हैं गौरव राय उर्फ ऑक्सीजन मैन से. गौरव राय कोरोना जैसी महामारी को मात दे चुके हैं. अब वह दूसरों को मदद कर रहे हैं. गौरव राय घर-घर जाकर ऑक्सीजन पहुंचाते है. आज यानी शनिवार को ऐसे ही उन्हें राजधानी पटना की सड़कों पर दिखा गया.

यदि जिंदगी में किसी चीज की कमी हो जाए तो उसकी महत्ता काफी बढ़ जाती है. पटना के गौरव राय के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. गौरव कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. उनमें कोरोना के लक्षण भी साफ-साफ दिखने लगे थे. एक दिन अचानक उनको सांस लेने में दिक्कत होने लगी. अपनी पत्नी अरुणा के किसी भी तरह से वो पटना के पीएमसीएच (PMCH) में पहुंचे. गौरव की हालत काफी खराब होती जा रही थी. पत्नी अरुणा के लिए पति का एक-एक लम्हा काफी अहम था. पीएमसीएच में ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए अरुणा दर-दर की ठोकरें खा रही थी. किसी भी तरह कई पैरवी करने के बाद गौरव को ऑक्सीजन सिलेंडर मिल पाया और वह धीरे-धीरे ठीक होने लगे.
पति-पत्नी ने शुरू की मुहिम
कोरोना से उबरने के बाद गौरव और उनकी पत्नी अरुणा ने एक मुहिम शुरू की. यह मुहिम है लोगों की जान बचाने की जो कई लोगों के लिए प्रेरणादायक हो सकता है. दोनों पति-पत्नी ने अब ऑक्सीजन सिलेंडर बैंक बनाना शुरू किया. यह बैंक ऑक्सीजन सिलेंडर इकट्ठा करता है और जरूरतमंद लोगों को मुहैया कराते है.

ऑक्सीजन देने की ट्रेनिंग भी ले चुके है गौरव
गौरव ने इस मुहिम को शुरू करने के लिए अपने कुछ नजदीकी दोस्तों से मदद ली. आज गौरव के पास ऑक्सीजन के 30 सिलेंडर हैं. कोई भी गौरव को यदि फोन करता है तो गौरव खुद अपनी गाड़ी से ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर उनके घर तक पहुंचते हैं या फिर जिस हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती होते हैं वहां पहुंचकर उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराते हैं. साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर में आने वाले जितने भी इक्विपमेंट्स है वो भी गौरव ही देते हैं. बकायदा गौरव ने ऑक्सीजन लगाने की ट्रेनिंग ली है और खुद से मरीजों को ऑक्सीजन चढ़ाते हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट