रांची : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) रांची जिला समिति द्वारा सोमवार को जिलाध्यक्ष मुशताक आलम के नेतृत्व में कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय परिसर में धूम-धाम से मनाया गया. उन्होंने कहा कि यदि आदिवासियों का अस्तित्व को बचाना है तो जल, जंगल? जमीन और संस्कृति को बचाना जरूरी है तभी आदिवासियत बचेगा. प्रकृति और आदिवासियों का अन्योन्याश्र संबंध रहा है इस लिए प्रकृति का संरक्षण जरूरी है.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय सदस्य समनुर मंसुरी, कार्यवाहक जिला सचिव डॉ. हेमलाल कुमार मेहता हेमू, जिला कोषाध्यक्ष नितिन अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, निरंजन कालिंदी, संयुक्त सचिव आदिल इमाम, सह सचिव नरेश यादव, सोनू मुंडा, मीडिया प्रभारी वसीम राबिया खान, अल्पसंख्यक मोर्चा के केंद्रीय महासचिव परविन्दर सिंह नामधारी, रांची जिलाध्यक्ष आफताब आलम, जनक नायक, रमेश साहु, राजेश सिंह, सुजीत कुजुर, खुर्शीद आलम, रवि बारला, नौशाद आलम, मो. असलम, नवीन तिर्की, सलमान अली खान, आमिल इमाम बल्लु, रवि निरंजन टोप्पो, निखिल मिश्रा, इबादद अंसारी, रीना तिर्की, उमेश यादव, सुजीत उपाध्याय, अरुण तिर्की, मनीष टोप्पो, विनोद मुंडा, निखिल मुंडा, आकाश कच्छप, विक्की उरांव, समीम मंसुरी, बेलाल अंसारी, साहिल यादव, राहुल वर्मा, अरविंद गाड़ी, शिवम मुण्डा, दीपक मुंडा, संदीप मुंडा, कृष्णा तिर्की और मानिक तिर्की के अलावा सैकड़ों लोग शामिल थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट