PATNA: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्यामसुंदर शरण ने कहा कि यह बजट आमलोगों के लिए बहुत फलदाई साबित नहीं होनेवाली है। केवल बेहतरीन कवर पेज के साथ जनता को बेवकूफ बनाया गया है। किसानों, मजदूरों, गरीबों को झुनझुना थमाया गया है।
देश के बजट में 16%से ज्यादा की हिस्सेदारी रखनेवाला कृषि सेक्टर को सरकार ने दरकिनार करने का काम किया है। किसानों की आमदनी दुगुनी करने के वादे छलावे साबित हुए हैं। टैक्स स्लैब में राहत भी जादूगरी के अलाबा कुछ नहीं है। 80c के तहत छूट को समाप्त करना आनेवाले दिनों में भारी पड़ेगा।
लोगों की बचत करने की मानसिकता को कमजोर करना आनेवाली पीढ़ी के लिए ठीक नहीं होगी। भारतीय जनमानस की सोंच के विपरीत है यह फैसला। कॉमन एजुकेशन सिस्टम कैसे लागू हो सरकार का इसपर कोई चिंतन नहीं है। पूरे बजट के भाषण में श्यामसुंदर शरण ने कहा कि डिफेन्स, हॉस्पिटल, करप्शन और मायनॉरीटी शब्द का जिक्र तक नहीं है।
वहीं गरीब, मध्यम वर्ग, वेलफेयर जैसे शब्द मात्र दो बार लिया जाना बजट का पूरा मजमून बताने को काफ़ी है। ज्यादा आमदनी वाले लोगों के लिए हायर सरचार्ज 42.74% से घटाकर 37% कर दिया गया। कुल मिलाकर फिर से यह अमीरों का बजट साबित होगा। गरीबों और मध्यमवर्ग के हाथ कुछ नहीं आनेवाला है। श्यामसुंदर शरण ने कहा कि मोदी सरकार यह अंतिम बजट था। बिहार की उम्मीदें बहुत थीं परन्तु हमारी उम्मीदों पर उन्होंने पानी फेर दिया।
पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट