रांची : झारखंड सरकार आज विधानसभा में बजट पूर्व आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश कर रही है. वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट पूर्व इस सर्वेक्षण से झारखंड की आर्थिक मोर्चे पर तस्वीर साफ होगी. इस बार बजट पर सबकी निगाहे टिकी हुई है.
झारखंड के विकास दर में आई गिरावाट – डॉ. उरांव
उधर, झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने सदन में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि झारखंड का जीएसडीपी देश के सकल घरेलू उत्पाद के दो प्रतिशत से भी कम है. पिछले दो वर्षों में विकास दर में गिरावट आई है. कोरोना संक्रमण के कारण जारी लाकडाउन में कृषि, वानिकी, मछली पकड़ने, बिजली गैस, जल आपूर्ति को छोड़कर अन्य क्षेत्र के उत्पादन मूल्य में संकुचन की बात सामने आई है.
झारखंड सरकार तीन मार्च को विधानसभा में अगले वित्तीय वर्ष का बजट पेश करेगी. इससे पूर्व यानी आज बुधवार को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने जा रही है. बुधवार को विधानसभा के सत्र में प्रश्नकाल, वित्तीय वर्ष 2021-2022 के तीसरे अनुपूरक बजट पर सामान्य वाद-विवाद और इससे संबंधित विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा.
वित्त मंत्री पेश करेंगे सदन में आर्थिक सर्वेक्षण
उल्लेखनीय है कि इस बार झारखंड बजट पर हर किसी की निगाह टिकी हुई है. हेमंत सोरेन सरकार ने कई घोषणाएं कर रखी है, लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि बजट में किस योजना के लिए कितनी राशि का प्रविधान सरकार करने वाली है. किस विभाग को कितनी राशि आवंटित होने वाली है. सरकार क्या क्या तोहफे दे सकती है.
बजट से पहले पेश होता रहा है आर्थिक सर्वेक्षण
संसदीय परंपरा के अनुसार, बजट पेश करने से पहले सदन में सरकार आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है. इसमें आने वाले बजट की झलक भी नजर आती है. इससे पता चलता है कि सरकार बजट में क्या क्या करने वाली है. प्रदेश की आर्थिक स्थिति कैसी है. किन योजनाओं पर सरकार अगले वर्ष विशेष रूप से काम करने वाली है. जानकारी के मुताबिक, झारखंड के वित्त मंत्री डा रामेश्वर उरांव आज सदन में आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट और बजट पेश करेंगे. इसबार सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि का अनुमान है. यही नहीं सरकार को बेहतर विकास दर की उम्मीद है.
गौरी रानी की रिपोर्ट