रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार गरीबों को अतिरिक्त राशन कार्ड उपलब्ध कराने के साथ अनुदानित दर पर सोना सोबरन धोती साड़ी योजना के तहत वस्त्र उपलब्ध करा रही है. इस योजना से झारखंड के लाखों बीपीएल धारियों को लाभ मिल रहा है. योजना के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. लाभुकों को साल में दो बार इस योजना के तहत 10 रुपए में धोती/लूंगी और साड़ी दिया जा रहा है.
राज्य के 57.11 लाख परिवार को योजना के तहत लाभान्वित करने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है. लक्ष्य का पीछा करते हुए राज्य सरकार 56,49,817 योग्य लाभुकों को योजना से आच्छादित कर चुकी है. योजना के प्रथम चरण में अबतक 41,42,745 धोती/लूंगी और साड़ी का वितरण किया जा चुका है, जिसमें 34,29,817 धोती, 53,47,787 साड़ी और 19,11,909 लूंगी का वितरण किया गया है.
मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं मानिटरिंग
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ग्रामीणों को इस योजना की जानकारी देकर लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें. राशन दुकानदारों को शिविर लगाकर वस्त्र वितरण करने का आदेश दिया गया है ताकि योजना का लाभ सभी को मिल सके. दो वर्ष के कार्यकाल में सरकार ने कई योजनाएं शुरू की है. इन सभी योजनाओं को तेजी के साथ धरातल पर उतारा जा रहा है. इस कड़ी में धोती- साड़ी वितरण योजना को फिर से शुरू किया गया है.
अन्य लोगों को भी शामिल करने का प्रस्ताव हुआ स्वीकृत
झारखंड सरकार द्वारा सोना-सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से आच्छादित राज्य के सभी पात्र गृहस्थ एवं अन्त्योदय अन्न योजना के लाभुक परिवारों के अतिरिक्त झारखण्ड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के लाभुक परिवारों को भी योजना से आच्छादित किए जाने की स्वीकृति मंत्रिपरिषद की बैठक में दी गई है.
झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना में लाभुकों की अधिकतम निर्धारित सीमा 15 लाख है. अभी राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 13,04,093 लाभुक एवं 4, 38, 989 परिवार (परिवर्तनशील) है. इस आधार पर 15 लाख लाभुक होने की स्थिति में परिवारों की संख्या 5, 05, 050 होना संभावित है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आच्छादित लाभुकों की अधिकतम संख्या 2, 64,25,385 है, जिसके तहत परिवारों की संभावित संख्या 58,97,561 है.
गौरी रानी की रिपोर्ट