JHARKHAND : नियोजन नीति को लेकर एक बार फिर सरकार को घेरने में विपक्ष जुट गया है. होली अवकाश के बाद सोमवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा पोर्टिको में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे और सरकार पर झारखंड के छात्रों को ठगने का आरोप लगाते हुए सदन में विशेष चर्चा की मांग करते नजर आए.
बता दें कि ,भाजपा विधायकों का मानना था कि, झारखंड के पांच लाख युवाओं ने ट्विटर अभियान के जरिए सरकार के नियोजन नीति पर अपना विरोध जताया है. उससे साबित होता है कि, मुख्यमंत्री ने सदन और सदन के बाहर जिस तरह से यह कहा था कि 1932 लागू करेंगे और फिर कहते हैं ,युवाओं की भावना के अनुरूप नियोजन नीति लाएंगे .
लेकिन फर्जी तरीके से 75% युवाओं के द्वारा फीडबैक दिए जाने की बात कह कर चुपचाप तरीके से नियोजन नीति में संशोधन कर दिया, उससे झारखंड के छात्र नाराज हैं.बीजेपी के विधायकों का कहना है कि ,मुख्यमंत्री को नियोजन नीति पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और सदन में इस पर विशेष चर्चा होनी चाहिए. लेकिन जो सरकार का रुख है उससे साफ लगता है कि यह सरकार युवाओं के हितों के लिए काम करना नहीं चाहती हैं.
वहीं पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि, युवा विपक्ष के साजिश का शिकार ना हों. सरकार ने जो फैसले लिए हैं वह आने वाले समय में झारखंड के युवाओं के लिए लाभदायक साबित होगा. ट्विटर आंदोलन को मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विपक्ष प्रायोजित बताते हुए कहा कि, इसमें भारतीय जनता पार्टी सुनियोजित रूप से भूमिका निभा रही है जिसका खुलासा हो चुका है.
झारखंड से गौरी रानी की रिपोर्ट