रांची : पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रांची के हरमू चौक से लेकर अरगोड़ा चौक तक मानव श्रृंखला बनाई. इस मौके पर चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जिस तरह से पंजाब की कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की है उससे उनकी नियत का पता चलता है. जिस जगह पर प्रधानमंत्री को रोक कर रखा गया, वहां से पाकिस्तान का बॉर्डर महज 10 किलोमीटर दूर था. भारत के इतिहास में कई ऐसी घटनाएं हुए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री की हत्या हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता आज पूरे विश्व में है. ऐसे में कई देश उनके दुश्मन भी हैं. बावजूद इसके प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता. आज के कार्यक्रम में सांसद संजय सेठ, नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी, मेयर आशा लकरा, रांची विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, विधायक चंदनकियारी अमर कुमार बाउरी सहित कई पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित हुए.
बीजेपी का राजभवन के समक्ष मौन धरना
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा रांची महानगर एवं ग्रामीण जिला के बैनर तले सोमवार को राजभवन के समक्ष मौन धरना का आयोजन किया गया. यह मौन धरना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के विरोध में किया गया. जिसके तहत पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने हाथों पर काला पट्टा बांध कर पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध किया.
राजभवन के समक्ष आयोजित मौन धरना में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने बताया कि 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जन कल्याणकारी योजना की शुरुआत करने पंजाब के दौरे पर थे. जहां पंजाब सरकार के संरक्षण में कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रधानमंत्री का काफिला 20 मिनट तक रोके रखा. जो पंजाब सरकार के लिए शर्म की बात है. इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.
उन्होंने कहा कि जिस जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिला को रोका गया, वहां से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर ही पाकिस्तान का बॉर्डर है. ऐसे में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना बड़ी ही आसानी से हो सकती थी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी पार्टी या दल के नहीं होते. उनकी सुरक्षा का जिम्मा देश के प्रत्येक नागरिक और पुलिस प्रशासन की होती है. यदि प्रधानमंत्री किसी राज्य के दौरे पर होते हैं तो उनकी सुरक्षा का जिम्मा वहां के राज्य सरकार की होती है. लेकिन पंजाब सरकार अपने इस जिम्मेदारी से चूक गई.
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि यह कार्यक्रम राज्य के सभी जिले में आयोजित की जा रही है. जहां पार्टी के कार्यकर्ता मौन धरना के बाद उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन देकर इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
गौरी रानी की रिपोर्ट