झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में मिले मरीजों में से 65 प्रतिशत का बिहार या बंगाल से ट्रैवल कनेक्शन है। ऐसे मरीज या फिर उनके घर का कोई न कोई सदस्य बिहार या बंगाल से लौटा है। कई मामलों में तो लोग कोविड मरीज को भी बिहार से झारखंड ले आए हैं। विभाग इसकी जांच कर रहा है। डॉ. कुलकर्णी यह जानकारी सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में दी।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 30 जून तक के लॉकडाउन में दी गई ढील के बाद लोगों का मूवमेंट बढ़ने से संक्रमण तेजी से बढ़ा। 30 जून के बाद राज्य में ग्रोथ रेट जहां 6.1 प्रतिशत हो गया है, वहीं डबलिंग रेट एक तिहाई पर आ गया है। 30 जून को डबलिंग रेट 37 था जो अब 11.7 पर आ गया है। उन्होंने कहा संक्रमण के मामले में हजारीबाग 5.66 प्रतिशत पॉजिटिविटी के साथ नंबर वन पर है, जबकि रांची 4.7 के साथ दूसरे स्थान पर है।
उन्होंने कहा रिम्स के बाद टीएमएच में भी प्लाज्मा थेरेपी की सुविधा शुरू होगी। डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में 4689 एक्टिव मरीजों में से 4050 में लक्षण नहीं है। 23 मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा गया है, वहीं महज 22 मरीज अति गंभीर हैं, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।