Jharkhand:-
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया है. रघुवर दास गणेशी लाल की जगह लेंगे, वहीं इंद्रसेन रेड्डी को त्रिपुरा के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी दी गई है. रघुवर दास एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. वो 26 सितम्बर 2020 को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं. वो पूर्व में झारखण्ड के जमशेदपुर से विधायक थे.
झारखंड में पूर्ण बहुमत की पहली
भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रघुवर दास का जन्म 1954 में जमशेदपुर के एक साधारण परिवार में हुआ था. रघुवर दास 1995 से राजनीति में सक्रिय हैं. रघुवर दास विवाहित हैं और उनको एक पुत्र और एक पुत्री है. रघुवर दास की शैक्षणिक योग्यता बीएससी (एलएलबी) है. वो 1995 से 2009 तक लगातार सांसद व विधायक रहे. वो पांच बार विधायक बन चुके हैं. रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं.
रघुवर दास की छवि साफ-सुथरी रही
रघुवर दास लोकनायक जयप्रकाश नारायण को अपना आदर्श मानते हैं. वो इमरजेंसी के दौरान व पार्टी के कार्यक्रम के तहत कई बार जेल भी जा चुके हैं. 2014 में झारखंड में हुए विधानसभा चुनावों में जमशेदपुर पूर्वी सीट से वो विजयी हुए थे. अपने राजनीतिक सफर के दौरान वो झारखंड के उप मुख्यमंत्री भी रहे. वो 2001 में झारखंड सरकार की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए लंदन, इंग्लैंड और चीन की यात्रा कर चुके हैं.
साहित्य में रुचि रखने वाले रघुवर दास रामधारी सिंह दिनकर को पसंद करते हैं. रघुवर दास पर कई विवादों के आरोप भी लगे हैं. रघुवर दास एक प्राइवेट कंपनी को अच्छे कार्य करने के लिए पुरस्कार देने के चलते विवाद में रहे. बात 2004-2005 की है जब दास झारखंड की मुंडा सरकार के अंतर्गत शहरी विकास मंत्री थे.
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री
रघुवर दास को उड़ीसा का राज्यपाल बनाए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बधाई एवम शुभकामनाएं दी है. मरांडी ने कहा कि श्री दास के अनुभवों का लाभ ओडिसा की जनता को मिलेगा. दास को बधाई देने वालों में पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, बालमुकुंद सहाय सहित प्रदेश के नेतागण शामिल हैं.