रांची : झरिया पुलिस इंस्पेक्टर पीके सिंह का बर्बर चेहरा सामने आया. ऐसे समय में, जब पीड़ित परिवार के समक्ष पुलिस की मानवीय संवेदना की जरूरत थी तो झरिया थानेदार पीके सिंह ने उछल-उछल कर फिल्मी अंदाज में अपनी ताकत दिखाई. हत्या के बाद न्याय की मांग कर रहे मोहित श्रीवास्तव के परिजनों पर पीके सिंह ने लाठियां चटकायीं. मां-बहन की गंदी-गंदी गालियां दीं. हद तो तब हो गयी, जब वह अपनी इस कार्रवाई को छिपाने के लिए खुद ही हलका बल प्रयोग करने की कहानी गढ़ ली. यह मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंचा है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर पुलिस के वरीय अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया है. अब देखना है कि इस मामले में पुलिस की छवि को बनाने के लिए वरीय अधिकारी कौन की कार्रवाई करते हैं. हालांकि मुख्यमंत्री के आदेश के चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी झरिया इंस्पेक्टर पीके सिंह पर कार्रवाई की खानापूर्ति की गयी है. जांच अधिकारी सिंदरी एसडीपीओ ने मात्र शो-कॉज किया है.
गौरी रानी की रिपोर्ट