PATNA: जदयू पार्टी के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बिहार भाजपा और केन्द्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अति पिछड़ों की बहुत बड़ी हितैषी होने का दावा कर रहे हैं। बीजेपी आरक्षण की वकालत पूरे जोर-शोर से कर रहे हैं। जबकि सच्चाई बीजेपी की कुछ और है।
आरक्षण विरोधी केंद्र सरकार अति पिछड़ा दलित विरोधी फैसले ले रहे हैं। भारत सरकार ने 40 लोगों को बिना योगदान परीक्षा दिए हुए अधिकारियों में सीधी बहाली हुई है। लोक सेवा आयोग द्वारा इस बहाने को सीधी की गई थी। इसमें एक भी दलित और पिछड़े वर्ग की बहाली नहीं हुई थी। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की बहाली का फैसला यूजीसी ने लिया है।
इस तरह की बहाली जो यूजीसी करने जा रहा है उसमें कोई भी शैक्षणिक योग्यता रहने की जरूरी नहीं है। यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की बहाली में कमेटी का रिकमेंडेशन आधार होगा। इसमें आरक्षण प्रक्रिया खत्म हो गई और 10% बहाली इसी प्रक्रिया से कॉलेज में होगी। इस तरह के बहाली की प्रक्रिया करके आरक्षण को खत्म करने का काम केंद्र सरकार कर रही है।
बीजेपी इस तरह की बहाली का क्या कुछ अर्थ है बताएं। बीजेपी दलित विरोधी है। इसलिए हम कार्यक्रमों के माध्यम से जनता के बीच जा रहे हैं। बीजेपी जनता के बीच भ्रम और तनाव पैदा कर रही है। बीजेपी की राजनीति समाज विरोधी है।
कार्यक्रम का नाम सद्भाव बचाओ देश बचाओ यात्रा होगी। जदयू पार्टी बक्सर से बीजेपी के खिलाफ कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही हैं। इस कार्यक्रम में नेता जिला मुख्यालय सर्किट हाउस में रुकेंगे। रात्रि विश्राम लोगों के बीच गांव में होगा।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट