पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में इन दिनों घमासान देखने को मिल रहा है. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अपने पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो तेजप्रताप यादव भी अपना रौद्र रूप दिखाने में लगे हैं. दोनों के बीच हो रहे इस राजनीतिक कलह पर जदयू को फिर से बोलने का मौका मिल गया है. पूर्व मंत्री व जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने राजद के संविधान में लिखी बातों से ही लालू प्रसाद यादव को घेरा है.
जदयू के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव के लिए पार्टी का संविधान कोई मायने रखता है या उनके लिए पुत्र मोह अधिक महत्व रखता है? तेजप्रताप जहां संविधान पढ़ने की बात कर रहे वहीं जगदानंद सिंह संविधान की दुहाई दे रहे हैं. गेंद तो लालू यादव के पाले में है. उन्होंने कहा कि राजद के संविधान में धारा 25-ए में राष्ट्रीय अध्यक्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छात्र राजद व युवा राजद का सचिव नियुक्त करने का अधिकार है.
दल के संविधान का सम्मान करना सीखिए – नीरज
लालू प्रसाद की पार्टी का का संविधान कहता है कि राज्य परिषद का सदस्य हों या जिला का, प्रदेश अध्यक्ष की सिफारिश पर राष्ट्रीय अध्यक्ष को कार्रवाई करने का अधिकार है. राजद के संविधान की धारा-33-4 ख में इसका स्पष्ट उल्लेख है. नीरज कुमार ने लालू यादव से कहा कि आप पुत्रमोह में हैं या दल के प्रदेश अध्यक्ष के सम्मान पर भरोसा है, यह देखना होगा. कम से कम अपने दल के संविधान का सम्मान करना सीखिए.
आपको बता दें कि तेजप्रताप की ओर से लगातार दिए जा रहे बयान और जगदानंद सिंह की ओर से छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद गगन कुमार को सौंपने के बाद इन दोनों नेताओं के बीच बवाल बढ़ गया है. ऐसे में विपक्ष के घर में लगी आग पर सत्ताधारी दल जदयू के एमएलसी नीरज कुमार ने राजद के ही संविधान का हवाला देकर लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा है.