PATNA: बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारी में सभी पार्टियां पूरी तरह जुट गई है। बिहार में विकास हो न हो लेकिन दूसरे दलों के नेताओं को अपने खेमें में लाने का भरपूर प्रयास चल रहा है। इसी कड़ी में आज जदयू प्रदेश कार्यालय में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह एवं पार्टी के सभी नेताओं के बीच भाजपा से आए कई नेताओं का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। पार्टी की सदस्याता दिलाई गई।
तमाम भाजपा के नेताओं ने आज जदयू का दामन थाम लिया और इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ने नेताओं का अपने दल में स्वागत किया। इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बीजेपी और खासकर नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि तमाम बीजेपी के नेताओं ने जदयू का दामन थामना शुरू कर दिया है। 2014 में मोदी ने कहा हम अतिपिछड़ा हैं, मोदी डुप्लीकेट हैं और घूम घूम कर खुद को अतिपिछड़ा बता रहे हैं। 5 साल में प्रधानमंत्री को हिसाब किताब देना चाहिए। नरेंद्र मोदी कभी काम की चर्चा नही करते हैं।
पीएम मोदी के 10 साल में जितना रोजगार खत्म हुआ उतना कभी नहीं हुआ है। रोजगार, महँगाई पर चर्चा नहीं होती बल्कि देश भर में चीता पर चर्चा होती है। वही उससे उलट सीएम नीतीश कुमार हर बार जनता के बीच जाकर हिसाब किताब देते हैं।
मुख्यमंत्री जैसा साहस किसी और दूसरे नेता में नहीं है। उन्होंने कहा था काम नहीं कर पाए तो वोट नहीं मांगेगें। पीएम ने कहा था हर गरीब को 15 लाख देंगे । बेरोजगारी दूर करने के लिए 2 करोड़ रोजगार देंगे। उनके पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है। नरेंद्र मोदी बहुरूपिया है। बीजेपी बहुरूपिया है। बीजेपी आरक्षण विरोधी है। पहली बार कर्पूरी ठाकुर ने 1978 में अतिपिछड़ा को आरक्षण दिया था। 2005 से लगातार नीतीश कुमार कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं।
बीजेपी को आरक्षण से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश का पहला फैसला अतिपिछड़ा समाज को 20% आरक्षण पंचायती राज व्यवस्था में देंगे। 2007 में नगर निकाय चुनाव में आरक्षण दिया गया। ये चाय बेचने वाला ढोंगी है।अतिपिछड़ों का हितैषी सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार ही हैं। नीतीश कुमार के रहते अतिपिछड़ों को कोई समस्या नहीं होगी।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट