पटना : राजधानी पटना के प्रदेश कार्यालय में जदयू कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सीएम नीतीश कुमार, राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित तमाम पार्टी के बड़े नेता मौजूद हैं. जदयू प्रदेश कार्यालय में दो की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. आज बैठक का आखिरी दिन है.

जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन अरुणाचल प्रदेश में टूट की कसक नेताओं में आखिरकार दिख हीं गई. अरुणाचल प्रदेश में जदयू के विधायकों ने भाजपा का हाथ थाम लिया है, ऐसे में बीजेपी ने वहां जो कुछ भी किया है उससे JDU बेहद आहत है. आज होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन इस मुद्दे को लेकर एजेंडा तय कर लिया गया है जिस पर पार्टी विस्तार से चर्चा करेगी. आज की बैठक शुरु होने से पहले हीं बैठक को लेकर जदयू के महासचिव संजय झा ने कही ये बातें.

जदयू के महासचिव संजय झा ने कही ये बातें
जदयू के महासचिव संजय झा ने बैठक शुरु होने से पहले कहा कि आज की बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा होगी, अरुणाचल के मुद्दे पर भी बात होगी, हालांकि उसका असर बिहार में देखने को नहीं मिलेगा. हमारा गठबंधन बिहार में है, उसके बाहर हम आमने-सामने लड़ते रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश में हमारे विधायक समर्थन दे रहे थे, इसके बाद भी पार्टी में टूट क्यों हुई इस विषय पर भी मंथन होगा. जहां तक विरोधियों कि बात है तो उनके पास निशाना साधने के अलावा कोई काम हीं नही है. वो सिर्फ सपना देखते रहें, सरकार पांच साल तक चलेगी. इस पांच साल में किसी के लिए कोई संभावना नहीं है.

मुख्यमंत्री पर की चर्चा करते हुए संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बार स्किल मैपिंग को खाश तौर पर आगे बढ़ाने पर ध्यान देगें जिसके लिए मुख्यमंत्री अगले दो-तीन दिन में चंपारण जाएंगे, वहां जाकर देखेंगें और उन लोगों से भी मिलेंगें जो राज्य के बाहर से लौट कर आए हैं और अच्छा काम कर रहे हैं.
बताते चलें कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू के छह विधायकों ने बीजेपी का हाथ थाम लिया है और पार्टी में शामिल हो गए हैं. अरुणाचल प्रदेश की इस घटना का असर बिहार की राजनीति पर भी पड़ता दिख रहा है. विपक्षी दलों ने इस सियासी घटनाक्रम को लेकर एनडीए सरकार पर प्रहार करना शुरु कर दिया है.