पटना : आगामी 29 मार्च को होली के दिन मधुबनी में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद पीड़ित परिवार से मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. पिछले दिनों जदयू और बीजेपी के कई नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और पीड़ित परिवार को पार्टी की तरफ से आर्थिक मदद की. राजद नेता तेजस्वी यादव के मधुबनी जाने पर जदयू ने सवाल उठाया और सरकार का पक्ष रखा.
संजय सिंह ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले लोग जरा पुराने इतिहास को भी याद कर लें. लालू-राबड़ी के शासनकाल में 118 नरसंहार हुआ उस वक्त अपराध करने के बाद अपराधियों का पनाह स्थल एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास होता था. जहां अपराधियों को बचाया जाता था लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराधी सलाखों के पीछे होते है. नीतीश कुमार के शासन में अपराधी यदि पालात में भी रहेगा तब उसे ढुंढ़ निकाला जाएगा. मधुबनी हत्याकांड में भी यही हुआ मुख्य आरोपी प्रवीण झा सहित पांच अपराधियों को खोज निकाला गया जो आज सलाखों के पीछे है.
JDU नेता संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी में जब पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान हमने कहा था कि 48 से 72 घंटे का समय दिजिए मुख्य आरोपी प्रवीण झा व अन्य आरोपी यदि पाताल में भी छुपा होगा तो उसे खोज निकाला जाएगा और हुआ भी यही. मधुबनी से आने के बाद सीएम नीतीश से मुलाकात हुई और इस घटना को लेकर अधिकारियों के साथ दो घंटे तक बातचीत हुई. इसी का नतीजा है कि पुलिस ने इस मामले पर कार्रवाई की और आरोपी को धड़ दबोचा. जबकि नेता प्रतिपक्ष कह रहे है कि उनसे डर कर पुलिस ने कार्रवाई की है. हकीकत यह है कि तेजस्वी यादव परिजनों से मिलने जाते है तो फोटो खिचवाते है और पटना लौट आते हैं.
जदयू नेता ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से सवाल किया कि सीवान में जो लोग मरे उनके परिजनों से क्यों नहीं मिले? नवादा में रेप पीड़िता से जाकर क्यों नहीं मिले? जबकि उनके नेता राजवल्लभ यादव को न्यायालय ने भी सजा सुनायी थी. संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड में पीड़ित परिवार के एक सदस्य संजय सिंह को एससी एसटी एक्ट में फंसाया गया था. आज उन्हें बेल मिल गया है वही एसएचओ को सस्पेंड किया जा चुका है. पीड़ित परिवार के घर पर डॉक्टर, एम्बुलेंस, दवा और सुरक्षा की व्यवस्था सरकार की ओर से की गयी है. वही जदयू नेता संजय सिंह की तरफ से भी पीड़ित परिजन को तीन लाख रुपये की मदद दी गयी.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए JDU नेता नीरज कुमार ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड 29 मार्च हो हुई और तीन अप्रैल को तेजस्वी की नींद खुली जिसके बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया. नीरज कुमार ने कहा की तेजस्वी इतने दिनों तक किस राजनीतिक यात्रा पर थे यह जनता को बताएं. नीरज कुमार ने तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तेजस्वी पीड़ित परिवार से मिलने मधुबनी गये थे तब वे लोगों से माला पहन रहे थे. तेजस्वी अपने नाम का नारा भी लगवा रहे थे. ऐसी तस्वीर पर उन्हें शर्म आनी चाहिए. पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान जयकारा लगवाना बहुत ही शर्मनाक बात है.
जदयू नेता नीरज कुमार ने बताया कि इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की गई है. वहीं एसएचओ को भी सस्पेंड किया गया है. आग भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. नीरज कुमार ने राजद का नामांकरण करते हुए कहा कि राजद का नया नाम बेऊर राजद या तिहाड़ राजद होनी चाहिए. तेजस्वी को मौका मिले तो जिले में बंद व्यक्ति को गृह मंत्री बना दे और गंभीर आरोपियों को मंत्रिमंडल में शामिल कर दें.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट