नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की पहल पर जदयू ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा बुधवार को टाल दी है. साथ ही यह भी तय हो गया कि जदयू अपना उम्मीदवार जरूर उतरेगा. अगर भाजपा से बात नहीं बनी तो उम्मीदवारों की न्यूनतम संख्या 51 रहेगी. जरूरत पड़ी तो यह बढ़ भी सकती. बातचीत हो जाए तो कुछ कम सीटों पर भी समझौता हो सकता है.
नई दिल्ली स्थित जदयू के राष्ट्रीय कार्यालय में बुधवार को हुई पार्टी नेताओं की बैठक में केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन के मसले पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से एक दौर की बातचीत हुई है. भाजपा का रूख सकारात्मक है. एक दौर की और बातचीत होगी, उसमें ठोस परिणाम आएगा. 2020 में बिहार में भाजपा जदयू थे. बिहार में एनडीए की सरकार है. हमारी कोशिश है कि यूपी में एनडीए के साथ मिलकर भाजपा चुनाव लड़े. बातचीत के लिए जदयू ने आरसीपी सिंह को अधिकृत किया.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बैठक के बाद कहा कि आरसीपी सिंह ने जो जानकारी दी. बुधवार को उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई हम भाजपा के संदेश का इंतजार करेंगे. अगर बात नहीं बनती है तो पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अनूप पटेल उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे. उनके पास 51 विधानसभा क्षेत्र के 7 उम्मीदवारों की सूची है. इसकी घोषणा के लिए अधिकृत सिंह ने कहा अगर भाजपा से समझौता नहीं होता है तो हमारी लड़ने वाली सीटों की संख्या बढ़ भी सकती. प्रदेश अध्यक्ष को कहा गया है कि वह तो जीतने लायक और सीटों की पहचान का उम्मीदवार के नाम की सिफारिश केंद्रीय पार्टी के पास भेजें. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा हमारे पास समय कम है. पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में हम समझौते के लिए और इंतजार नहीं कर सकते हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट