नई दिल्ली : दिल्ली में इजरायली दूतवास के पास हुए धमाके में बरामद एक लिफाफा ने दहशतगर्दों के मंसूबों की ओर इशारा दिया है. इस लिफाफे के अंदर मौजूद पत्र में धमाके को ‘ट्रेलर’ बताया गया है. इस पत्र में कहा गया है कि इरानी सैन्य कमांडर सुलेमानी और ईरान के न्यूक्लियर साइंटिस्ट मोहसिन फखरजादेह की हत्या का बदला लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद भी शामिल हो सकती है.
बढ़ाई गई सुरक्षा
इजरायली दूतावास के बाहर धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है.
इजरायली दूतावास के अंदर गए स्पेशल सेल के अधिकारी
स्पेशल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा कुछ देर पहले घटनास्थल पहुंचे थे. अभी अभी स्पेशल सेल के कुछ अधिकारी एक बैग में कुछ दस्तावेज और दूसरे सामान लेकर इजरायली दूतावास के अंदर गए हैं.
जैश-उल हिंद नाम के संगठन ने ली जिम्मेदारी
इजरायली दूतावास के बाहर IED ब्लास्ट की जिम्मेदारी जैश-उल हिंद नाम के संगठन ने ली है. इस संगठन ने दावा किया है कि उसने ही इजरायली दूतावास के सामने धमाका करवाया है. देश की खुफिया एजेंसियां इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है. खुफिया एजेंसियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलिग्राम पर एक चैट पाया है.
घटनास्थल पहुंचे NIA के 6-7 अधिकारी
इजरायली दूतावास के सामने हुए ब्लास्ट की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी के छह से सात अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. इससे पहले आज सुबह दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारी इजरायली दूतावास के पास घटनास्थल पहुंचे थे. यहां पर स्पेशल सेल ने सबूत इकट्ठा किया है. यहां शुक्रवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर धमाका हुआ था.