द एचडी न्यूज डेस्क : आषाढ़ शुक्ल द्वितीय तिथि यानी पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-आरती मंगलवार को जगन्नाथ की रथयात्रा होगी. भगवान का अभिषेक करके नया दिवस है. लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण इस बार पटना में इस्कॉन मंदिर बुद्ध मार्ग से शहर भर में श्री जगन्नाथ रथ यात्रा नहीं निकाली जाएगी. हालांकि इस दिन इस्कॉन मंदिर परिसर में ही श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम की प्रतिमा को घुमाया जाएगा.
आषाढ़ शुक्ल द्वितीया 23 जून मंगलवार को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पटना में इसबार नहीं निकलेगी. 20 साल में पहली बार रथयात्रा की परंपरा टूटेगी. कोरोना महामारी के मद्देनजर इस्कॉन रथयात्रा का आयोजन नहीं कर रहा है. लेकिन, भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलदेव के साथ इस्कॉन मंदिर परिसर में ही घूमेंगे.
मंदिर परिसर में उन्हें घुमाने के लिए एक विशेष पालकी तैयार की गई है. इस्कॉन पटना के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने बताया कि भगवान मंदिर से निकलकर श्री राधा बांके बिहारी मंदिर के बड़े हॉल में जाएंगे. वहां पूजा-अभिषेक, कीर्तन-आरती और छप्पन भोग लगेगा. इसके बाद पालकी में रखकर उन्हें मंदिर परिसर में ही घुमाया जाएगा. इस दौरान मंदिर के अंदर रहने वाले लोगों के अलावा मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों और कुछ गणमान्य लोगों को ही इंट्री दी जाएगी. आम भक्तों का प्रवेश नहीं होगा.