रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आज चर्च के द्वारा स्टेन स्वामी के मुद्दे में सामने आने पर कड़ा प्रतिकार किया. उन्होंने कहा कि चर्च को अपने धार्मिक कार्य की सीमा तक रहना चाहिए और अदालती करवाई में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. स्टेन स्वामी के पक्ष में बयान देकर चर्च ऐसा दिखा रहा है जैसे कि उसे भारत की संविधान और अदालती कार्रवाई पर आस्था नहीं है.
प्रतुल ने कहा की NIA ने बहुत गंभीर आरोपों पर स्टेन स्वामी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है. पूरा मामला अदालत में विचाराधीन है. उसके बाद भी उनके पक्ष में मानव श्रृंखला बनाना और समर्थन करना अदालत की अवमानना है. प्रतुल ने कहा कि जब बरहेट में एक आदिवासी बच्ची का गैंगरेप हुआ तो चर्च चुप रह. गुदड़ी में आदिवासियों का नरसंहार हुआ था तब भी चर्च ने मौन रखा था.
गुमला में भी एक नाबालिग आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर चर्च ने आंखें मूंद ली थी. लेकिन चार्जशीटेड स्टेन स्वामी के पक्ष में सामने आकर चर्च ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं. और यह दिखा दिया है वह सीधे तौर पर राजनीतिक मुद्दों और अदालत की कार्रवाई में हस्तक्षेप कर रहा है. चर्च के द्वारा राजनीतिक हस्तक्षेप की बातें लंबे सामने से सामने आती रही है. आर्च बिशप ने भी इस सरकार को क्रिसमस गिफ्ट बताया था. इस प्रकरण से झारखंड में चर्च का असली एजेंडा उजागर हो गया है.
गौरी रानी की रिपोर्ट