द एचडी न्यूज डेस्क : पटना के बोरिंग स्थित एसके पुरी निजी आवास पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की बरसी मनायी जा रही है. पटना स्थित आवास पर स्व. पासवान की पत्नी रीना पासवान, बेटे चिराग पासवान, भाई पशुपति कुमार पारस, राज्यपाल फागू चौहान, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, डिप्टी सीएम रेणु देवी, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मंत्री नितिन नवीन, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी, लोजपा के पूर्व सांसद सुरजभान सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के अलावा कई नेता उपस्थित हैं. उनके आवास पर नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ मौजूद है.
आपको बता दें कि पूरे मंत्र उच्चारण के साथ स्व. रामविलास पासवान की बरसी आज मनाई जा रही है. पुत्र चिराग पासवान ने पूरे नियम के साथ पूजा-पाठ कर रहे हैं. स्व. रामविलास पासवान की आत्मा की शांति के लिए पूरा परिवार प्रार्थना कर रहा है. चिराग ने पूजा खत्म होने के बाद सभी बुजुर्गों और अभिभावकों को पैर छूकर आशीर्वाद लिया और काफी भावुक हो गए. अपनी मां रीना पासवान, बहन और बड़ी मां को गले लगाते हुए चिराग काफी भावुक हो गए और रोने लग गए. चाचा पशुपति कुमार पारस भी पूजा स्थल पर मौजूद रहे. जिनका पैर छूकर चिराग पासवान ने आशीर्वाद लिया.
स्व. रामविलास पासवान की बरसी पर पटना स्थित उनके निजी आवास पर तमाम बड़े नेता का आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. तमाम विवादों के बीच स्व. रामविलास पासवान के भाई व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस भी माल्यार्पण के लिए पहुंचे. स्व. पासवान के बरसी में पूजा के दौरान भी वे मौजूद रहे. वहीं बिहार के राज्यपाल फागू चौहान मौजूद थे. पारस गुट के नेता व पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, राजद के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक भी मौजूद रहे. वहीं बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के भी आने की उम्मीद है.
लोजपा नेता राजेश भट्ट ने कहा कि ये हुजूम रामविलास पासवान के अच्छे कर्म पर उमड़ा है. इस भीड़ से ही आप अंदाजा लगा सकते है कि उनके चाहने वाले कितने थे. स्व. रामविलास पासवान चले तो गए है लेकिन अपने चाहने वालों के बीच से न कभी गए हैं और न ही कभी जाएंगे. बरसी में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम है. सभी लोगों उनको याद कर रहे हैं.
संजय कुमार मुनचुन और विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट