GIRIDIH: दलित महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया। उसे पेड़ से बांधकर मारा गया। राज्य में जब कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा है तो गिरिडीह की इस घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था पर और मजबूती से सवाल खड़े किए हैं। गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र में लोगों ने एक महिला को घर से ले जाया गया और उसके साथ मारपीट की गयी। उसके कपड़े उतरवा कर उसे निर्वस्त्र कर दिया गया।
महिला को अगवा कर ले गये जंगल
मामला जब पुलिस की संज्ञान में आया तो इसकी जांच शुरू की गयी। दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। घायल महिला का इलाज सरिया के देवकी अस्पताल में किया जा रहा है। पीड़ित महिला ने घटना के संबंध में बताया कि बुधवार की रात अचानक कोवाडिया टोला के कुछ लोग घर पहुंचे। जबरन उसका मुंह बांध कर घर से लगभग 500 मीटर दूर जंगल की ओर ले जाकर एक पेड़ में बांध कर मारने लगे। मारपीट के दौरान उसके शरीर से कपड़े भी निकाले गये और पूरी तरह से निर्वस्त्र कर दिया गया। मारपीट की घटना के बाद महिला बेहोश हो गई। मामले की सूचना स्थानीय लोगो द्वारा पुलिस को दिया गया । जिसके बाद सरिया पुलिस महिला को अपने सुरक्षा में लेकर शरीर पर कपड़े डाल कर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस कर रही है जांच , पूर्व विधायक बोले झारखंड सुरक्षित नहीं
घटना किस वजह से घटी इस संबंध में अब तक पुलिस कोई ठोस जानकारी पता नहीं कर सकी है। पीड़ित महिला भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं होने की बात कह रही है। महिला ने कहा , कुछ दिन उसका झगड़ा हुआ था। महिला का कहना है कि इसी बात को लेकर उसके साथ मारपीट हुई होगी। स्थानीय स्तर पर घटना के संबंध में चर्चा है कि नाजायज संबध के शक के चक्कर में यह मारपीट की गयी है।
घटना की पुष्टि थाना प्रभारी संतोष कुमार मौर्य ने किया है पीड़ित महिला के बयान के आधार पर कार्रवाई किए जाने की बात कही है। इस घटना को लेकर पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो भी पहुँचे और पीडिता से मामले की जानकारी ली तथा घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया कहा कि झारखंड व बगोदर विधानसभा महिलाएं नहीं हैं सुरक्षित।
झारखंड से गौरी रानी की रिपोर्ट