झारखंड में शुरु हुई एयर एंबुलेंस की सफलता को देखते हुए नागरिक उड्डयन निदेशालय जल्द ही इंटरसिटी हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है। बता दें, झारखंड में 28 अप्रैल को सरकारी एंबुलेंस योजना की शुरुआत हुई है वहीं इस योजना के तहत अबतक 20 महत्वपूर्ण जानें बचाई जा चुकी है। जानें क्या है इस योजना का प्रारूप।।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य को पसंद आया प्रस्ताव
सड़क दुर्घटना में घायल मरीजों के लिए नागरिक उड्डयन निदेशालय अब इंटरसिटी हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है। खजुराहो में हुई ऑल इंडिया स्मॉल हेलीकॉप्टर एंड एयरक्राफ्ट समिट में झारखंड सीएम हेमंत सोरेन की ओर से इसका प्रारूप और प्रस्ताव भी पेश किया गया है। उड्डयन निदेशक कैप्टन एसपी सिन्हा के मुताबिक यह प्रस्ताव केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बेहद पसंद आया।
सड़क के किनारे लैंड करेगा हेलीकॉप्टर
दरअसल, इस योजना के तहत प्लान यह है कि झारखंड को नेशनल हाईवे रेंज के हिसाब से 4 जोन में बांटकर चार हेलीकॉप्टर मेडिकल इमरजेंसी सेवा से जोड़ी जाएगी। वहीं, सड़क दुर्घटना होने की स्थिति में हेलीकॉप्टर सड़क पर या सड़क के किनारे लैंड करेगा और गोल्डन आवर से पहले मरीजों को संबंधित अस्पताल पहुंचा कर उसकी जान बचाने का काम करेगा।
सड़क दुर्घटना से हर साल होती है 200 लोगों की मौत
इस काम के लिए अब बहुत सारे छोटे हेलीकॉप्टर की अलग-अलग कंपनियों ने तैयारी कर ली है। कहीं भी छत पर या सड़क पर या सड़क के किनारे खेतों में लैंड कर सकते हैं। झारखंड में हर साल लगभग 200 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत होती है अगर इस योजना से आधे लोगों की जान बच गई तो यह कामयाबी की बड़ी बात होगी।
झारखंड से गौरी रानी की रिपोर्ट