RANCHI: इन दिनों देश के कई हिस्सों में आई फ्लू के मामले तेजी से फैल रहे हैं। बारिश के मौसम में उमस के कारण आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी चपेट में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आते जा रहे हैं। जिसे लेकर भारी संख्या में मरीज इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे है। राज्यभर में आये दिन आई फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बारिश के मौसम के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
सुबह से अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगना शुरू हो जाती है। जहां, उत्तरप्रदेश में अधिकतर 1440 मरीज बुखार, पेट दर्द, त्वचा रोग के मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं, आई फ्लू के 115 से अधिक मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे।
बिहार की राजधानी पटना की बात की जाए तो अस्पतालों में प्रतिदिन ओपीडी में लगभग 15 से 20 फीसदी मरीज आई फ्लू की शिकायत को लेकर पहुंच रहे हैं। वहां, IGIMS, गार्डिनर रोड अस्पताल में 150-200 से अधिक आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं। पटना ही नहीं राज्य के अन्य जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों में भी इस बीमारी से पीड़ित मरीज पहुंच रहे है।
झारखंड में आई फ्लू के मामले सबसे ज्यादा बोकारो में देखने को मिल रहे है। जिसे लेकर भारी संख्या में मरीज इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे है। दरअसल, ऐसी खबर चंदनकियारी के कई गांवों से सामने आ रही है। जहां इन दिनों लोग आई फ्लू की चपेट में आते ही जा रहे है।
चिकित्सकों ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील
इधर, चिकित्सक इससे घबराने नहीं बल्कि साफ सफाई पर ध्यान देने की बात कह रहे हैं। आई फ्लू से सावधानी बरतने पर ही बचा सकता है। यह एक-दूसरे के संपर्क में आने पर होता है। इसीलिए भीड़ में जाने से बचें और गहरे लेंस का चश्मा अवश्य लगाएं। इसमें पीड़ित मरीज को बार-बार आंख छूने से बचना चाहिए।
चिकित्सकों का कहना है कि अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको भी यह बीमारी हो सकती है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं से भी हो सकता है। हालांकि कहते हैं कि इससे घबराने की ज्यादा जरूरत नहीं है। तीन से पांच दिन में यह ठीक हो जाता है।
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट