द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सदन की कार्यवाही शनिवार को दोपहर दो बजे तक स्थगित करने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने राजभवन मार्च शुरू कर दिया. विपक्ष के सभी विधायकों के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजभवन की ओर निकल पड़े हैं. मंत्री रामसूरत राय को बर्खास्त करने और सत्ता पक्ष द्वारा आसन को निर्देशित करने के विरोध में विपक्ष ने राज भवन मार्च किया है. इस दौरान उन्होंने राजेंद्र गोलंबर पर धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस संबंध में आरजेडी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर भी जानकारी दी है. पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि सदन में मंत्रियों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष और आसन को निर्देशित करने और शराब तस्करी में फंसे मंत्री को बर्खास्त करने हेतु नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी विपक्ष के विधायकों के साथ राजभवन मार्च कर रहे हैं. नीतीश कुमार शर्म करो. शर्म नहीं तो दारू की बोतल में डूब मरो.
गठबंधन नेताओं के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर नीतीश सरकार की बर्खास्तगी की मांग की. नीतीश जी थके हुए कमजोर व अनुकंपाई CM है. वो शराब तस्करी में लिप्त मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे? किसके दबाव में विपक्ष को सदन में नहीं बोलने दिया जा रहा है?
तेजस्वी यादव ने कहा कि पूरी तरह से बिहार में शराबबंदी फेल है. महागठबंधन के नेता एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. राज भवन के पास धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. रामसूरत राय की इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. सदन से लेकर सड़क तक हंगामा शुरू हो चुका है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव के अलावा कई नेता मौजूद हैं.
एक महत्वपूर्ण पद है नेता प्रतिपक्ष
इधर, राजभवन मार्च कर रहे तेजस्वी यादव ने कहा कि सदन में मैं मंत्री रामसूरत राय के शराब तस्करी से जुड़े मुद्दे पर कुछ तथ्य पेश कर रहा था. लेकिन मुझे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने रोक दिया. ऐसा क्या है, जिसे वे सभी छुपाना चाहते हैं? ये कैसा लोकतंत्र है, जहां नेता प्रतिपक्ष जो एक महत्वपूर्ण पद है, उसपर आसीन नेता को सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है. यहां तक कि आसन का भी अपमान किया जा रहा है.
दरअसल, शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंत्री रामसूरत राय के मामले से जुड़े तथ्य सदन में रख रहे थे. इसी दौरान डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भड़क गए और तेजस्वी पर आसन की बात ना मनाने का आरोप लगाया. तारकिशोर प्रसाद ने सख्त लहजे में कहा कि जो सवाल या मुद्दे पहले से मुद्रित हैं, सदन में उसपर चर्चा हो. नेता प्रतिपक्ष उन मुद्दों पर बात ना करें, जो मुद्रित ना हो. वहीं, किसी मंत्री के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का नाम सदन में लेना सदन के नियम के विरुद्ध है. सदन केवल नेता प्रतिपक्ष का नहीं सबका है, ऐसे में वो नियमों का पालन करें. इसके बाद बहसबाजी शुरू हो गयी. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
बिहार सरकार में मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल यादव की जमीन पर बने स्कूल से शराब की बरामदगी मुद्दे पर विवाद जारी है. बिहार विधानसभा में शनिवार को भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया और मंत्री से इस्तीफा मांगने की मांग की. वे मामले से जुड़े तथ्य सदन में रख ही रहे थे कि डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भड़क गए और तेजस्वी पर आसन की बात ना मनाने का आरोप लगाया.
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा के अंदर प्रश्नकाल को लेकर सवाल और जवाब हो रहे थे. तभी रेखा देवी विधायिका राजद की ओर से प्रश्न को चाहती थी कि पहले तेजस्वी यादव पढ़ ले. इसके लेकर विधानसभा के स्पीकर ने अनुमति दे दी. लेकिन वहीं पक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया. जब हंगामा शुरू हुआ तो तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद आमने-सामने हो गए. जिसके बाद बवाल बढ़ गया और सदन से वाकआउट कर दिया.
महागठबंधन के नेता एकजुट होकर विधानसभा के बाहर निकल गए. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजद के तमाम बड़े नेता और महागठबंधन के विधायक एकजुट होकर राजभवन के लिए पैदल मार्च करने लगे. भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए और शराबबंदी की पोल खोलने लगे. मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल से शराब की खेप पकड़े जाने के बाद तेजस्वी यादव सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट