बेंगलुरु : बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने श्रीलंका को 238 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही टीम इंडिया ने 2-0 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की. 28 साल बाद भारत ने टेस्ट सीरीज में श्रीलंका का सूपड़ा साफ किया है. पारी में 109 रनों पर ऑल आउट होने के बाद दूसरी पारी में श्रीलंका के बल्लेबाज़ों को टिक कर खेलने की ज़रूरत थी. लेकिन एक बार फिर वे ऐसा करने में नाकामयाब रहे. हालांकि, कप्तान दिमुथ करुणारत्ने एक छोर पर डटे रहे. उन्होंने 174 गेंदों में 15 चौकों की मदद से 107 रनों की शानदार पारी खेली. टेस्ट क्रिकेट में उनका यह 14वां शतक है.
भारतीय गेंदबाजों की आग उगलती गेंदबाजी के आगे श्रीलंका के आठ बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके. लाहिरु थिरिमाने 00, एंजलो मैथ्यूज़ 01, धनंजय डी सिल्वा 04 और निरोशन डिकवेला 12 रन बनाकर आउट हुए. वहीं चरिथ असालंका 05, लसिथ एंबुलडेनिया 02, सुरंगा लकमल 01 और विश्वा फर्नांडो 02 रन बनाकर आउट हुए.
ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया, उन्होंने बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और अंत तक विकेट हासिल करते रहे. उन्होंने चार विकेट झटके. इसके बाद दूसरे गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने पहली इनिंग में श्रीलंका के पांच विकेट झटके थे, वे भी इस इनिंग में तीन विकेट लेने में सफल रहे, जिसमें सलामी जोड़ी लाहिरु थिरिमाने (0) और दिमुथ करुणारत्ने (107) का विकेट शामिल है.
गेंदबाज अक्षर पटेल भी पीछे नहीं रहे और दो विकेट उन्होंने भी लिए, जिसमें निरोशन डिकवेला और चरित असलंका का विकेट शामिल है. वहीं, रविंद्र जडेजा ने भी एक विकेट हासिल किया. इस दौरान श्रीलंका 59.3 ओवर में 208 रन पर ढेर हो गई. भारत ने अपनी पहली पारी में 252 रन बनाए थे. इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम अपनी पहली पारी में 109 रन ही बना सकी थी. इसके बाद दूसरी पारी में भारत ने 303 रन बनाकर श्रीलंका के सामने 450 रनों का लक्ष्य रखा था. इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 208 रन ही बना सकी.
रोहित शर्मा ने मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बुमराह का प्रदर्शन शानदार था, इसमें कोई शक नहीं है. इन परिस्थितियों में इस तरह से गेंदबाजी करना दिखाता है कि उनके पास कितने कौशल और क्षमताएं हैं. बुमराह जैसा कोई व्यक्ति कभी भी खेल से बाहर नहीं होता है. परिस्थितियां कैसी भी हों, वह हमेशा खेल में बना रहता है. यह कप्तान को गेंदबाजों को घुमाने में बहुत लाभ देता है और प्रत्येक गेंदबाज से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करता है, जब आपके पास टीम में बुमराह जैसा गुणवत्ता वाला खिलाड़ी होता है.