अनिश की रिपोर्ट
खगड़िया: हिन्दी भाषा साहित्य परिषद्, खगड़िया के संस्थापक व संयोजक शिक्षक कवि कैलाश झा किंकर के निधन पर गहरा शोक संवेदना प्रकट करते हुए बिहार राज्य संविदा कर्मी महा संघ के सह जिला अध्यक्ष आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने कहा कि हिन्दी एवं अंगिका साहित्य क्षेत्र के सुस्थापित सशक्त हस्ताक्षर कवि कैलाश झा किंकर के निधन से संपूर्ण खगड़िया जिला के लिए अपूर्णीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में असंभव है शास्त्री ने कहा कि किंकर साहब मुझे भी हिन्दी भाषा साहित्य परिषद् का सदस्य बनाकर सम्मान दिये थे जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता हूँ। उन्होंने फरवरी 2020 में एक औपचारिक मुलाकात के दौरान कहे थे कि शास्त्री जी आपका गांव जागरूक,शिक्षाविदों व सभ्य सज्जनों का गढ़ रहा है। आप अपने गाँव में कवि सम्मेलन क्यों नहीं कराते हैं।तो मैंने उन्हें कहा था कि छठ महापर्व के अवसर पर कई कार्यक्रम हमारे यहाँ होते हैं जिसके समापन में जरूर भव्य कवि सम्मेलन कराया जाएगा।चुकि किंकर साहब हमारे ही पंचायत रहीमपुर मध्य अंतर्गत मध्य विद्यालय चम्मन टोला में कुछ वर्ष तक पदस्थापित थे।अब हमलोगों के बीच कवि कैलाश झा किंकर के नहीं रहने के कारण श्रृंगार विहीन लगेगा।
शास्त्री ने कहा कि किंकर साहब कई सम्मान प्राप्त कर खगड़िया जिला का मान बढ़ाने का काम किये थे।हिन्दी, अंगिका साहित्य जगत में तथा अन्य सामाजिक कार्यों में उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व को लोग सदैव याद करेंगे।उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए प्रार्थना करते हुए उन्हें नमन सम्प्रेषित किया और उनके परिजन को दुःख सहने की असीम शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।