जामताड़ा : AICC के निर्देशानुसार आज अंबेडकर चौक पसोई एडीबी सड़क पर किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा धरना कार्यक्रम का आयोजन जामताड़ा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में किया गया. मौके पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष का जाम पड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी भी उपस्थित हुए. मौके पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सड़क को 3 घंटे के लिए जाम कर दिया और पूरा आवागमन ठप हो गया. उपस्थित लोगों ने मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार के प्रति अपने गुस्से को प्रकट किया.पार्टी द्वारा अहिंसक और शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम किया गया एवं आवश्यक सेवाओं को चक्का जाम से अलग रखा गया.
मौके पर विधायक ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा निकालते हुए कहा कि मोदी सरकार अपने अहंकार और हठधर्मिता को छोड़कर किसान की हित की सोचनी चाहिए. आज पूरे देश के किसान आंदोलन पर उतर गई है परंतु सरकार अपने निर्णय पर अडिग है. जब किसान ही नहीं चाहती कि कृषि कानून लागू हो तो ऐसे कानून को लागू करने की क्या जरूरत है. मोदी सरकार यह साफ करें कि वह किसके दबाव एवं इशारे पर किसानों के खिलाफ यह सख्त कानून लागू करना चाहती है.
AICC के निर्देशानुसार आज अंबेडकर चौक पसोई एडीबी सड़क पर किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस पार्टी द्वारा धरना कार्यक्रम का आयोजन जामताड़ा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में किया गया. मौके पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी भी उपस्थित हुए. मौके पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सड़क को तीन घंटे के लिए जाम कर दिया और पूरा आवागमन ठप हो गया. उपस्थित लोगों ने मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार के प्रति अपने गुस्से को प्रकट किया. पार्टी द्वारा अहिंसक और शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम किया गया एवं आवश्यक सेवाओं को चक्का जाम से अलग रखा गया.
मौके पर विधायक ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा निकालते हुए कहा कि मोदी सरकार अपने अहंकार और हठधर्मिता को छोड़कर किसान की हित की सोचनी चाहिए. आज पूरे देश के किसान आंदोलन पर उतर गई है परंतु सरकार अपने निर्णय पर अडिग है. जब किसान ही नहीं चाहती कि कृषि कानून लागू हो तो ऐसे कानून को लागू करने की क्या जरूरत है.
मोदी सरकार यह साफ करें कि वह किसके दबाव एवं इशारे पर किसानों के खिलाफ यह सख्त कानून लागू करना चाहती है. यह सरकार अदानी अंबानी एवं बड़े पूंजीपतियों के इशारों पर नाच रही है और यही कारण है कि पूरे देश की परिसंपत्तियों को इस सरकार ने बेच डाला. रेलवे एयरपोर्ट एलआईसी बीएसएनएल को तो सरकार ने बेच ही डाला अब उनकी नजर किसानों पर है. जिस प्रकार केंद्र सरकार ने एनआरसी को जबरदस्ती लागू किया ठीक उसी प्रकार कृषि बिल को भी लागू करना चाहती है. सरकार को सोचना चाहिए की किसान है तो हम सब हैं.परंतु यह सरकार अंग्रेजों की तरह शासन करना चाहती है और जोर जबरदस्ती कानून को लागू करना चाहती है.
बाबा भीमराव अंबेडकर के कानून के साथ भी यह सरकार समय-समय पर छेड़छाड़ कर देश का माहौल बिगाड़ने का प्रयास करती है जो सरासर गलत है. मोदी सरकार समय-समय पर तुगलकी फरमान जारी कर देश की जनता के साथ गलत करने का काम किया है. इनके गलत फैसले के कारण कितने परिवारों की जान चली गई परंतु इस सरकार की आंख अभी तक नहीं खुली. अब इनकी नजर किसानों की जमीन पर है. परंतु मैं बता देना चाहता हूं कि जब जब किसानों के साथ अन्याय हुआ है तो असर सरकार पर दिखा है.
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी किसानों के इस आंदोलन में एक साथ खड़ी है और जब तक केंद्र सरकार इस कानून को वापस ना ले लें आंदोलन जारी रहेगा. अब यह आग झारखंड में भी फैल चुका है और हम लोग चुप नहीं बैठेंगे और केंद्र सरकार का ईट से ईट बजा देंगे. मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मुक्ता मंडल ने भी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ सभी लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिया जाएगा यह आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर सीनियर कांग्रेसी सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित हुए.
गौरी रानी की रिपोर्ट