द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में तीसरे और आखिरी चरण का चुनाव प्रचार चरम पर है. सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पश्चिमी चंपारण के लौरिया में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए विरोधियों पर जमकर निशाना साधा.
लौरिया में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि जंगलराज के राजकुमार बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, फिर भी उन्होंने एक बार भी विधानसभा सत्र की कार्यवाही में भाग नहीं लिया. इस दौरान ना तो उन्होंने जनता की समस्याओं को सदन में उठाया और ना ही उस समय इनको बिहार और बिहारियों की याद आई.

वहीं कोरोना को लेकर जेपी नड्डा ने कहा कि जब बिहार में कोरोना चरम पर था तब तेजस्वी यादव और राहुल गांधी दोनों ही दिल्ली में बैठे हुए थे. दोनों को कोरोना से डर लग रहा था.चुनाव के समय दोनों को बिहार और बिहारियों की याद आयी है. दोनों लगातार सभा कर कोरोना में केन्द्र और राज्य सरकार ने क्या किया यह पूछ रहे हैं.
लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि पूरे कोरोना काल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने काम किया है. लगातार हालात की मॉनिटरिंग की गयी. जांच का दायरा बढ़ाया गया. केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को भरपूर सहयोग किया. आधुनिक मशीनें उपलब्ध करायी गयी. दोनों सरकारों के प्रयास से आज बिहार में कोरोना कंट्रोल में है. लेकिन यह सब विपक्ष को नहीं दिख रहा है.
जेपी नड्डा ने मोदी सरकार के कार्यो को गिनाते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार ने विकास का काम किया. जंगलराज के युवराज 10 लाख की नौकरी देने की बात कह रहे हैं. जब उनलोगों का शासनकाल था तब क्यों नहीं युवाओं को नौकरी दी गयी. उस समय उनलोगों का हाथ किसने रोक रखा था.