द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के लिए गुरुवार का दिन एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. टेस्ट ट्यूब बेबी का आपने नाम सुना होगा लेकिन यह जान लें कि बिहार में इस माध्यम से बच्चे को जन्म देने वाला पटना का आईजीआईएमएस बिहार का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. गुरुवार को इस अवसर पर अस्पताल में परिजनों के साथ-साथ चिकित्सकों में खुशी देखी गई. सहरसा निवासी एक दंपती को शादी के 14 साल बाद तक संतान नहीं हो सका था. इसके बाद टेस्ट ट्यूब बेबी से यह सुख मिला है.
बिहार के सरकारी अस्पताल आईजीआईएमएस में टेस्ट ट्यूब बेबी द्वारा पहले बच्चे के जन्म में पटना साहिब सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का बहुत बड़ा प्रयास और योगदान रहा है. रविशंकर प्रसाद ने वर्ष 2018 में अपने राज्यसभा फंड से एक करोड़ रुपए की मदद से आईवीएफ और पीएमआर केंद्र की स्थापना कराने में मदद की थी. रविशंकर प्रसाद ने फरवरी 2018 में आईजीआईएमएस में इस विभाग का शिलान्यास किया था.
प्राइवेट अस्पताल में नहीं करना होगा खर्च
गुरुवार को उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि आईजीआईएमएस में टेस्ट ट्यूब के माध्यम से बच्चे के जन्म से राज्य के बिना संतान वाले दंपती को प्रेरणा मिलेगी. प्राइवेट अस्पताल में गरीब परिवार से आने वाले दंपती को टेस्ट ट्यूब बेबी में काफी खर्च करना पड़ता था. अब सरकारी अस्पताल में कम खर्च में यह हो सकेगा. पटना का इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान बिहार-झारखंड का पहला सरकारी अस्पताल है जहां नि:संतान दंपती आईवीएफ की सुविधा का लाभ ले सकेंगे.
इस मौके पर रविशंकर प्रसाद ने आईजीआईएमएस के डायरेक्टर और डॉक्टर्स की पूरी टीम को साधुवाद दिया. बता दें कि अब आईजीआईएमएस में आईवीएफ (टेस्ट ट्यूब) सेंटर की सुविधा मिलने से यहां इनफर्टिलिटी (बांझपन) पीड़ित दंपती का इलाज हो सकेगा. राज्य में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में यह सुविधा बहाल हुई है.