रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ्त में आई निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को कथित तौर पर खनन का ‘ काला धन ‘ पहुंचाने वाले अधिकारियों से एजेंसी पूछताछ कर रही है. प्रदेश के तीन जिलों दुमका, साहेबगंज और पलामू जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों को समन भेजकर ईडी ने रांची बुलाया है. पिछले एक हफ्ते से ईडी की सिंघल के पति और उनके करीबी सीए से लगातार पूछताछ में मिली जानकारी के बाद उन तीन जिलों के खनन पदाधिकारियों को बुलाया गया है.
सरकारी सिस्टम में पैसों के लेनदेन और अवैध वसूली को लेकर निलंबित आईएएस और सीए सुमन से पूछताछ के बाद ईडी पैसों की अवैध वसूली को लेकर इन तीन अधिकारियों से एजेंसी पूछताछ करेगी. उस पूछताछ के दौरान कई सफेदपोशों तक पैसों के लेनदेन का राज खुलेगा. उन जिलों के इन इलाकों में होती है जमकर अवैध खुदाई अवैध उत्खनन पर नजर डाले तो दज. का जिले में 100 से अधिक अवैध पत्थर खदान हैं और लगभग एक दर्जन से ज्यादा कोयला खदान हैं जहां अवैध खुदाई होती है. दुमका के शिकारीपाड़ा और गोपीकांदर के इलाकों में अवैध खनन आम है. वहीं साहेबगंज की बात करें तो झारखंड के इस जिले के बिहार और पश्चिम बंगाल से सटने वाले इलाकों तक अवैध खनन होता है.
वहीं पलामू के छत्तरपुर, हरिहरगंज, पिपरा और नौवाडीह अवैध खनन के लिए जाने जाते हैं. इन तीनों जिलों से अवैध उत्खनन के बदले बड़ी राशि वसूली जाती है और उसका एक बड़ा हिस्सा बड़े अधिकारियों तक बाकायदा ‘ सिस्टम ‘ से पहुंचता है. साहेबगंज से होती है सबसे अधिक वसूली प्रदेश के 24 जिलों में साहेबगंज एक ऐसा इलाका है जहां पत्थर खनन को लेकर सबसे अधिक वसूली होती है. वहां की पोस्टिंग के लिए एक तरफ ‘ बड़ी बोली ‘ लगती है. साथ ही बार महीने बड़ा चढ़ावा रांची के दरबार में देना पड़ता है. वहां के खनन पदाधिकारी के कार्यालय और घर पर बड़े बड़े पत्थर व्यवसायियों की लाइन लगी रहती है.
गौरी रानी की रिपोर्ट